Jaipal Poonia Murder Case: RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल काफिले के साथ जयपुर रवाना, CM आवास का करेंगे घेराव
Rajasthan Politics: नमक कारोबारी जयपाल पूनिया की हत्या के विरोध में राजस्थान का सियासी पारा चढ़ गया है. आएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने सीएम आवास घेरने की चेतावनी दी है.
Rajasthan Politics in Jaipal Poonia Murder Case: जयपाल पुनिया हत्याकांड (Jaipal Poonia Murder) के नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी और अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. नमक कारोबारी जयपाल पूनिया की हत्या के विरोध में नावां में धरना तीसरे दिन भी चला. मंगलवार को प्रशासन ने परिजनों को बॉडी डिस्पोज का नोटिस दिया. हत्या के विरोध में पूर्व विधायक हरीश कुमावत (Harish Kumawat) भी धरने पर बैठे हैं. इस बीच आएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने कहा है कि, हिम्मत है तो बॉडी डिस्पोज करके दिखाएं. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी धरना जारी रहेगा. इसके बाद बेनीवाल ने आज शाम 5:15 बजे आरएलपी कार्यकर्ताओं और बीजेपी नेताओं के साथ जयपुर (Jaipur) कूच किया. बेनीवाल ने सीएम आवास घेरने की चेतावनी दी है.
आधे घंटे का दिया अल्टीमेटम
मंगलवार को बीजेपी और आरलपी के नेताओं ने नावां शहर में सर्वसमाज के साथ विशाल जनसभा के बाद जयपुर कूच किया. आरलपी सुप्रीमो बेनीवाल ने सरकार और प्रशासन को आधे घंटे में सभी मांगें मानने का अल्टीमेटम दिया था. जैसे ही आधे घंटे का समय पूरा हुआ उन्होंने मंच पर सभी से चर्चा कर समर्थकों के साथ जयपुर कूच कर दिया. इसके साथ ही सभी गाड़ियों में बैठकर जयपुर के लिए रवाना हो गए.
विधायक महेंद्र चौधरी के इशारे पर हुई हत्या
इससे पहले सोमवार रात से बीजेपी के पूर्व एमएलए हरीश कुमावत अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं. नावां नगरपालिका के 10 बीजेपी पार्षद भी एक दिन के लिए अनशन पर बैठे. वहीं जनसभा में पहुंचे आरलपी प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि एसपी कह रहे हैं कि बॉडी को डिस्पोज कर देंगे. एसपी में अगर हिम्मत है तो कर के देख लें, सरकार में ताकत कितनी है पता लग जाएगा. कहना चाहता हूं कि हम कानून व्यवस्था बिगाड़ना नहीं चाहते हैं लेकिन कोई चुनौती देगा तो हम सड़कों पर संघर्ष करने के लिए तैयार हैं. अब आर-पार की लड़ाई होगी. आज ये तय कर लेंगे कि अब आगे रेलवे ट्रैक पर जाएंगे या हाइवे पर जाएंगे. आरलपी सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि एमएलए महेंद्र चौधरी के इशारे पर कारोबारी जयपाल पूनिया के मर्डर को अंजाम दिया गया है. सीबीआई जांच से ही महेंद्र चौधरी जेल जाएगा. उन्होंने कहा कि, राजस्थान की कोई भी एजेंसी एमएलए के मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती और ना ही उसे पकड़ सकती है. हाल ही में एक एमएलए को सीएम अशोक गहलोत ने अपने घर बुलाकर सरेंडर करवाया था, जैसे उसने कोई बहुत बड़ा काम किया हो.
चस्पा किया गया नोटिस
इससे पहले नावां एसडीएम बृह्मलाल जाट ने मंगलवार दोपहर में मृतक नमक कारोबारी जयपाल पूनिया के भाई विजय सिंह पूनिया के नाम शव को खराब होने का हवाला देते हुए पोस्टमार्टम करवाने और शव का अंतिम संस्कार करवाने का नोटिस दिया. पुलिस से तामील करवाए गए इस नोटिस को विजय सिंह और अन्य परिजनों ने लेने से मना कर दिया. इस पर पुलिस ने मृतक कारोबारी पुनिया के भाई कृष्ण पूनिया के घर के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया. नोटिस में लिखा गया है कि 17 मई को सुबह 10 बजे तक पोस्टमार्टम करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवाएं, नहीं तो आपके खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस परिजनों के संपर्क में है
परिजनों का कहना है कि जब तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी वो शव का पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे. वहीं एसपी राममूर्ति जोशी ने कहा है कि मामले में अभी बयान, नक्शा मौका और पोस्टमार्टम ही नहीं हो पाया है. इसके बाद ही आगे की कार्रवाई हो सकती है. पुलिस इसके लिए लगातार परिजनों के संपर्क में है.
7 सूत्री मांगों को लेकर जारी है अनशन
बीजेपी के वयोवृद्ध नेता, पूर्व एमएलए और वर्तमान में कुचामन नगरपालिका के पार्षद हरीश कुमावत ने बीजेपी नेता और नमक कारोबारी पूनिया की हत्या के विरोध में 7 सूत्री मांगों को लेकर अनशन शुरू कर दिया है. कुमावत ने बतया कि जब तक प्रशासन उनकी सभी मांगें नहीं मान लेता तब तक वो अनशन पर रहेंगे. आपको बता दें कि 79 साल के हरीश कुमावत 9 बार नागौर बीजेपी के जिलाध्यक्ष, 4 बार एमएलए, 2 बार कुचामन नगरपालिका चेयरमैन और 2 बार शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के चेयरमैन भी रह चुके हैं.
ये भी पढ़ें: