Rajasthan News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का खुला अधिवेशन अल्बर्ट हॉल में हुआ. जहां खुले अधिवेशन में छात्र नेताओं ने भारत में उभरती स्टार्टअप संस्कृति, युवाओं की वर्तमान समाज में स्थिति, भ्रष्टाचार खत्म करने, पेपर लीक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति, भारत की अर्थव्यवस्था, जनजाति समाज का भारत के विकास में योगदान, राज्य विश्वविद्यालयों की स्थिति सुधारने जैसे समसामयिक विषयों पर उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित किया.


अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा वर्तमान में सरकारों द्वारा पोषित की जा रही 'रेवड़ी संस्कृति' की राजनीति पर लगाम लगाने की आवश्यकता है. अब शिक्षा केन्द्रित राजनीति नए भारत का मुद्दा होना चाहिए. राज्य विश्वविद्यालयों की वर्तमान स्थिति सुधारने की आवश्यकता है, राज्य सरकारों को यह समझना होगा कि भारत की अधिकांश युवा आबादी इन्हीं राज्य विश्वविद्यालयों में पढ़ती है, इन राज्य विश्वविद्यालयों की अनियमितताओं को दूर कर युवाओं के अच्छे भविष्य के लिए बेहतर शिक्षा संस्कृति तथा ढांचागत सुविधाएं विकसित करनी होंगी.


 जनजाति वर्ग के मुद्दे को उठाया 


अभाविप के राष्ट्रीय मंत्री हुश्यार मीणा ने कहा कि," हमारे इतिहास ग्रंथों में अनेक महापुरुषों को उचित स्थान नहीं मिला. देशभर के अनेक राज्यों में ऐसे महापुरुष हुए जिनके राष्ट्र के प्रति योगदान का उचित मूल्यांकन होना शेष है. भारत में जनजाति वर्ग ने प्रकृतिपूजक के रूप पूरे विश्व को सस्टेनेबिलिटी का संदेश दिया है, कई बार जनजाति वर्ग को उनकी मान्यताओं तथा परम्पराओं कौन लेकर दिग्भ्रमित किया जाता है,यह बहुत ग़लत है."


धर्मेंद्र प्रधान करेंगे सम्मानित 


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन 27 नवंबर को प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान मौजूद रहेंगे. यह पुरस्कार नंद कुमार पालवे को दिया जाएगा. यह पुरस्कार नंद कुमार पालवे को निराश्रितों और मानसिक रूप से दिव्यांगो को पोषण, स्वास्थ्य एवं स्नेह देकर उनका सम्मान जनक पुनर्वास करने के उनके सराहनीय सेवा कार्य के लिए दिया जा रहा है. पुरस्कार में प्रोत्साहन राशि के रूप में 1 लाख रुपए एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है.