CM अशोक गहलोत ने बढ़ते कोरोना मामलों पर जताई चिंता, कहा- बूस्टर डोज के बारे में केंद्र सरकार जल्द ले फैसला
Rajasthan News: बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी को पत्र लिखा और उनसे लोगों को बूस्टर डोज लगाने की मांग की.
जयपुर: देश में कोरोना एक बार फिर अपने पैर पसार रहा है. कई राज्यों में कोरोना के नए मामले सामने आए है. वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान सहित पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को चिंताजनक बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार को 'बूस्टर' डोज लगाने के बारे में फैसला करना चाहिए. इसके साथ ही गहलोत ने दूसरी डोज लगाने के लिए अभियान चलाने पर जोर दिया.
दूसरी खुराक के बाद लगनी चाहिए बूस्टर खुराक
गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, देश में बहुत सारे लोगों को दूसरी डोज ही नहीं लगी है और जब तक आपको दूसरी डोज नहीं लगे तब पहली का फायदा नहीं होता. बचाव के लिए दोनों खुराक लेना जरूरी है. देश में दूसरी डोज तो सिर्फ 35-40 प्रतिशत लगी है. इसलिए एक अभियान चलाया जाए ताकि देश में सभी को दूसरी डोज लग लग जाए, उसके बाद में नंबर आएगा बूस्टर डोज का.
अशोक गहलोत ने लिखा पीएम को पत्र
केंद्र सरकार द्वारा 'बूस्टर' डोज के बारे में फैसला किए जाने पर जोर देते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि जिसको डोज लगे सालभर होने को आ गया है, उसका प्रभाव कम हो जाता है, इसलिए सरकार उसके लिए बूस्टर डोज की अनुमति दें. जिसे दो खुराक लग गई उसको तीसरी बूस्टर डोज भी लगनी चाहिए.’’
बुजुर्ग या बीमार को लगे बूस्टर डोज- गहलोत
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बारे में अभी फैसला नहीं किया है. शायद वो चाहते हैं कि पहले लोगों को दूसरी डोज लग जाए. गहलोत का मानना है कि जो बुजुर्ग हैं या बीमार हैं अगर उनको बूस्टर डोज नहीं लगेगी तो फिर ये खतरनाक हो सकता है. इन सब बातों को ध्यान में रखकर हमें कार्रवाई करनी पड़ेगी.
लोगों को जागरूक किया जाए
गहलोत ने शाम को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए कोरोना की स्थिति की समीक्षा की. इसमें उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कोविड-19 के टीके की दूसरी डोज अभी तक नहीं लगवाई है उन्हें अभियान चलाकर जागरूक किया जाए ताकि टीकाकरण से कोरोना संक्रमण के खतरे को न्यूनतम किया जा सके. उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि उनके जिलों में अधिकाधिक लोगों को दूसरा डोज भी समय पर लग जाए, ताकि संक्रमण की गंभीर स्थिति से बचाव हो सके. उन्होंने कहा कि टीकाकरण में राजस्थान को 'आदर्श राज्य' बनाएं और जिन लोगों के टीका नहीं लगा है, उन सभी को टीका लगाया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता में है.
जयपुर में मरीजों की संख्या ज्यादा
चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बैठक में बताया कि राजस्थान में अभी 174 मरीज है जिनका इलाज किया जा रहा है. इनमें से 100 से ज्यादा जयपुर में हैं. उन्होंने बताया कि 26 नवम्बर तक राज्य में कुल 6.69 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं. इनमें 4.32 करोड़ पहली खुराक जबकि 2.36 करोड़ दूसरी डोज लग चुकी है.
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