Jaipur News: जयपुर ग्रेटर नगर निगम के रजिस्ट्रार प्रदीप पारीक ने समाज व शादीशुदा जोड़ों में जागरूकता फैलाने के लिए अच्छी पहल की शुरुआत की है. शादीशुदा जोड़े को अब अपनी शादी का सर्टिफिकेट बनवाने से पहले सात वचन की प्रतिज्ञा अपनी इच्छा से लेनी होगी, उसके बाद ही शादी का सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा. शादी का सर्टिफिकेट जारी करने से पहले नवविवाहित जोड़ों को 7 वचन यानी 7 प्रतिज्ञा दिलाई जाएंगी ताकि विवाहित जोड़े खुश रहें और कभी एक-दूजे से ना बिछड़ें. पारीक ने 7 वचनों की लिस्ट भी बनाई है.
ये होंगे 7 वचन-:
01-प्रत्येक व्यक्ति अपना स्वभाव सुधारेगा ताकि परिवार में शांति रहे
02-छोटे-बड़े सभी का आदर करना होगा. सर्वत्र विवेकपूर्ण वाणी का ही प्रयोग करने की शपथ लेनी होगी.
03-बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार देंगे, ताकि उनका भविष्य उज्जवल बने.
04-सुख-दुःख में भगवान को कर्ता-हर्ता समझें, प्रार्थना करें, उससे शांति रहेगी.
05-इसके अलावा घर में किसी की भी भूल हो, उसके प्रति उदार बनना होगा. भूल को भूलना सीखें.
सहनशील और अनुकूल बनें.
06-बुजुर्गों की सेवा करें, हठाग्रह छोड़ें तो घर में एकता रहेगी.
07-घर में सत्संग और भक्ति करें.
यह कोई सरकारी नियम या आदेश नहीं
जयपुर शहर में कुल मिलाकर रोजाना करीब 100 से ज्यादा मैरिज सर्टिफिकेट बनाए जाते हैं. शादी का सर्टिफिकेट बनाने के लिए आवेदन पत्र, शादी का कार्ड, एफिडेविट, गवाह और फोटो के साथ आवेदन करना होता है. इसके बाद दस्तावेजों की जांच करके नगर निगम सर्टिफिकेट जारी करता है. पारीक ने बताया कि पारिवारिक कलह के मामले दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं. मैरिज सर्टिफिकेट बनाने से पहले यह पहल इसलिए की गई है ताकि समाज सुधार में एक कदम उठाया जा सके. इसके लिए पति-पत्नी को एक साथ उनकी इच्छा से प्रतिज्ञा दिलाई जाएगी, हालांकि यह कोई सरकारी नियम या आदेश नहीं है.
पती-पत्नी खुशी-खुशी जिएं, यही हमारी कोशिश
बता दें कि शादीशुदा जोड़े को शादी का सर्टिफिकेट बनवाना जरूरी है. इस महत्वपूर्ण दस्तावेज को बनाने के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन किया जा सकता है. तारीक ने कहा कि कई मामलों में पति-पत्नी हर रोज झगड़ते हैं, हालात ये हो जाते हैं हैं कि बात तलाक तक आ जाती है. परिवारों में प्रेम बना रहे इसलिए हमने इन वचनों को बनाया है. हम चाहते हैं कि दोनों पति-पत्नी इन वचनों को न भूलें और याद रखें कि उन्हें परिवार के साथ इन सात वचनों को निभाते हुए जीना है.