Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं प्रदेश में सियासी पारा चढ़ने लगा है. दरअसल, 15 मई के बाद एआईएमआईएम अपने संगठन का विस्तार करने जा रही है. पार्टी जिले स्तर के नेताओं को जिम्मेदारी देगी और कई अलग-अलग दलों के नेताओं को अपने साथ जोड़ने जा रही है. माना जा रहा है कि 15 मई के बाद अन्य दलों में भी तेजी देखी जाएगी. क्योंकि 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आ जाएंगे. ऐसे में ओवैसी की पार्टी की प्लानिंग जो भी हो लेकिन माहौल तबतक चुनावी हो जाएगा.
राजस्थान में आम आदमी पार्टी हो या कांग्रेस या बीजेपी सभी ने मई को टार्गेट के रूप में लिया है. इसी महीने में कमर कस कर पार्टियां चुनावी मैदान में उतर जाएंगी. यहां जोड़-तोड़ की राजनीति में तेजी आ जाएगी. आरएलपी ने भी पार्टी को भंग कर दिया है. उसकी भी मई में तैयारी है.
असदुद्दीन ओवैसी आएंगे जयपुर
AIMIM के राजस्थान अध्यक्ष जमील खान का कहना है कि 15 मई के पार्टी के संगठन विस्तार की घोषणा हो जाएगी. उस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी मौजूद रहेंगे. लगभग 10 जिलों में अध्यक्ष भी घोषित कर दिए जाएंगे. प्रदेश प्रवक्ता और प्रदेश उपाध्यक्ष और अन्य पदों की घोषणा होगी. सम्भावित प्रत्याशियों के नामों पर मुहर भी लगा दी जाएगी. खान का कहना है कि सन्गठन में सभी को जगह मिलेगी. महिला और युवाओं को पूरी तरजीह दी जाएगी.
आरएलपी भी है पूरी तैयारी में
आरएलपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरएलपी पार्टी को भंग कर दिया है. मई में पार्टी को नए समीकरण से फिर तैयार किया जाएगा. अब ऐसे में चर्चा है कि पार्टी का अध्यक्ष कौन होगा? लेकिन आरएलपी भी मई में तेवर दिखाना शुरू कर देगी. ऐसी चर्चाएं होने लगी है कि आरएलपी सभी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है.
आप ने भी कसी कमर
वहीं आम आदमी पार्टी ने भी राजस्थान में कमर कस ली है. उनके प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष लगातार दौरे कर रहे हैं. मई का महीना उनके लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसी दौरान उन तमाम सीटों पर संभावित प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगने की चर्चा हो रही है. वैसे आप ने पूरा फोकस राजस्थान के सभी विधानसभा सीटों पर किया है, लेकिन अभी तैयारी कुछ सीटों पर ही हो रही है.
सपा-लेफ्ट और बीटीपी ने दिया जोर
इसके अलावा राजस्थान में समाजवादी पार्टी भी जोर दिखाने की तैयारी है इसीलिए 20 मई के बाद अखिलेश यादव का राजस्थान में दौरा है. माना जा रहा है सपा कई सीटों पर भी चुनाव लड़ सकती है. ऐसे में बीटीपी भी अपनी पूरी तैयारी में है और कई सीटों पर तैयारी करके बैठी हुई है. उसका प्रयास है इस बार कई और सीटों पर भी चुनाव मजबूती से लड़ा जाए. लेफ्ट भी पूरी तैयारी में है. हर सीट पर उसकी तैयारी है. खासकर उन सीटों पर जहां पर उसकी जीत हुई है, उसे बचाये रखने की तैयारी है.
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