Rajasthan Politics: राजस्थान में बरसों से सत्ता परिवर्तन की परंपरा रही है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को उम्मीद है कि एक साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की विदाई होगी और भारतीय जनता पार्टी सूबे की सत्ता पर काबिज होगी. इसे लेकर बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने सियासी दंगल में दांव लगाने शुरू कर दिए हैं. इस बार बीजेपी ने सीएम का चेहरा गोपनीय रखा है. ऐसे में पार्टी के कई बड़े नेता खुद को सीएम पद का दावेदार मान रहे हैं. खुद को दूसरों से बेहतर बताने के लिए सीएम की रेस में दौड़ रहे हैं. इन नामों में से दो नामों की चर्चा सियासी गलियारों में प्रमुखता से हो रही है. इनमें एक नाम बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का है और दूसरा नाम प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का. यह दोनों नेता इन दिनों प्रदेश के अलग-अलग इलाकों का दौरा कर रहे हैं. इशारों ही इशारों में एक-दूसरे की बात का जवाब देते हुए कटाक्ष भी कर रहे हैं.
सुबह राजे ने इशारों में दिया यह संदेश
बीकानेर में सोमवार सुबह जनसंवाद कार्यक्रम में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने इशारों में पार्टी नेताओं को संदेश दिया कि उन्हें प्रदेश की जनता का समर्थन है और इसी समर्थन के बल पर सत्ता परिवर्तन करने में कामयाब होंगी. राजे ने कहा, "मैंने जनता को हमेशा परिवार मानकर प्यार किया है. जनता की सेवा करने का मैंने पूरा प्रयास किया है. सेवा में कभी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. मेरा सौभाग्य है कि मुझे ऐसा मजबूत परिवार मिला, जिन्होंने मुझे ऐसा आशीर्वाद दिया जिससे 20-25 साल आसानी से निकल गए. जनता के आशीर्वाद की कभी कमी नहीं रही." उन्होंने इशारों में यह समझाने का प्रयास कि वे प्रदेश की राजनीति में बीते करीब 25 साल से सक्रिय है और प्रदेश की जनता का उन्हें समर्थन है.
शाम को पूनिया ने कही यह बात
वसुंधरा राजे का बयान सामने आने के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने अपने बयान में खुद को राजे से बेहतर राजनीतिक खिलाड़ी बताया. उन्होंने कहा कि "विद्यार्थी काल से मुख्यधारा की राजनीति तक मुझे लगभग 40 वर्ष हो गए लेकिन जिस तरीके का प्यार, स्नेह और अपनापन मुझे आज बारां की देवतुल्य जनता ने दिया उसका मैं जीवनभर आभारी रहूंगा." सियासी जानकार पूनिया की इस बात को राजे के संबोधन से जोड़ रहे हैं. चर्चा है कि पूनिया ने इस बात के जरिए यह बताने का प्रयास है कि वे 40 साल से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हैं और उन्हें भी जनता का समर्थन हासिल है.
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