Jaipur Kidnapping Case: राजस्थान की राजधानी जयपुर में करीब दस दिन पहले ब्रह्मपुरी इलाके से युवक के अपहरण की वारदात का खुलासा हो गया है. पुलिस ने किडनैप युवक अनुज को सकुशल मुक्त करा अपहरण की वारदात में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 


पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी विरेंद्र सिंह, विनोद, अमित कुमार, जितेंद्र भंडारी और जमुना सरकार है. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि बीती 18 अगस्त को अनुज अपने साथी के साथ नाहरगढ़ पहाड़ी पर घूमने गया था. इस दौरान वहां मौजूद कुछ युवकों ने अनुज और उसके साथी को देखा. युवकों ने अनुज को अच्छे कपड़े पहने देखकर संपन्न परिवार से समझा और उसके मुंह पर टेप लगाकर हाथ-पांव बांधकर अपने साथ गाड़ी में ले गए. वहीं उसके साथी सोनी के साथ मारपीट पर रास्ते में पटक कर चले गए. 


20 लाख की मांगी फिरौती
अनुज के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने मामला दर्ज कराया. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम ने सोनी से पूछताछ कर पहाड़ी पर ड्रोन से सर्च किया. पुलिस ने किसी विवाद के चलते अपहरण की आशंका जाहिर. पुलिस की कई टीम ऑपरेशन में जुटी रही. इस दौरान किडनैपर्स ने अनुज के परिवार से संपर्क कर 20 लाख रूपए की फिरौती मांगी. परिवार ने खुद के पास इतने पैसे होने से इनकार किया और पैसे जुटाने के लिए वक्त मांगा. 


फिरौती की रकम ट्रेन से फेंकने को कहा
इस दौरान पुलिस फोन नंबर को ट्रेस कर किडनैपर्स की तलाश में जुटी रही, लेकिन अपहरणकर्ता पुलिस को छकाने के लिए लगातार जगह बदलते रहे और अंत में उन्होंने पैसे लेकर कालका-शिमला एक्सप्रेस ट्रेन के आखिरी डिब्बे में बैठने को कहा. पुलिस टीमों ने योजना के तहत ट्रेन के रूट पर टीमों को तैनात रखा और जैसे ही अपहरणकर्ताओं ने धर्मपुर रेलवे स्टेशन के पास पैसों का बैग फैंकने को कहा था. वहां खड़े युवक को दबोच लिया. 


सॉफ्टवेयर इंजीनियर था मास्टरमाइंड
आरोपी से पूछताछ के बाद पुलिस ने एक के बाद एक अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया. पुलिस की मानें तो वारदात का मास्टरमाइंड सॉफ्टवेयर इंजीनियर विरेंद्र सिंह निकला. जिसने जल्द पैसा कमाने के लिए साथियों के साथ मिलकर किडनैप कर फिरौती की साजिश रची . फिलहाल पुलिस एक अन्य फरार आरोपी की तलाश में जुटी है.


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