Jaipur Cyber Fraud: राजस्थान की जयपुर पुलिस ने 30 करोड़ रुपये की कथित साइबर धोखाधड़ी के मामले में शनिवार (11 जनवरी 2025) को 10 स्थानों पर छापेमारी कर 30 लोगों को गिरफ्तार किया. हिरासत में लिए गए आरोपियों में दो नाबालिग भी शामिल हैं. जयपुर पुलिस ने बताया कि धोखाधड़ी से जुड़े 130 बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है. 


जयपुर के पुलिस के आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि डिजिटल धोखाधड़ी की गतिविधियों के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी. जयपुर पुलिस ने सूचना के आधार पर इस मामले की जांच के लिए एक संयुक्त टीम बनाई गई. 


आरोपियों से पूछताछ जारी 


पुलिस आयुक्त बीजू जोसेफ ने बताया कि टीम ने बिंदायका, कालवाड़ और हरमाड़ा इलाकों में छापेमारी की और कंप्यूटर, लैपटॉप, एटीएम कार्ड, चेक बुक, पासबुक तथा अन्य सामान जब्त किया. उन्होंने बताया, “धोखाधड़ी में शामिल 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है.


आरोपियों ने ऐसे दिया फ्रॉड को अंजाम


वहीं, धोखाधड़ी की जांच में जुटे अधिकारी ने बताया कि जांच अभी शुरुआती चरण में है. इस मामले में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों ने साधु बनकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया. 


इन्होंने ऑपरेशन को सफल बनाने में निभाई अहम भूमिका


जयपुर वेस्ट के डीसीपी अमित कुमार के मुताबिक करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में शामिल आरोपियों की धर पकड़ के लिए पुलिस ने ऑपरेशन साइबर शील्ड शुरू की थी. इस ऑपरेशन के तहत साइबर सेल के दिनेश शर्मा, बहादुर, रोशन कुमार, पूरण मल, झूथा राम सामोता, मंजू कंवर और ममता ने ठगों के बारे में जानकारी जुटाने में अहम भूमिका निभाई. 


इसके बाद प्रोबेशनर आईपीएस रोशन मीणा की देखरेख में एसीपी चंद्र प्रकाश, इंस्पेक्टर सुनील कुमार, गणेश सैनी, उदयभान, हरीश सोलंकी, एएसआई रतन लाल, दिनेश व सुरेंद्र के नेतृत्व में कार्रवाई के लिए 30 टीमें बनाई गईं. जांच के दौरान टीम ने लगातार मिल रहे इनपुट पर काम करने पर पुलिस 30 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली.


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