Rajasthan Crime News: जयपुर पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. कॉल सेंटर के जरिये ठगी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था. जालसाज अब तक चार सौ लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुके हैं. पुलिस ने बताया कि कॉल सेंटर स्मार्ट डिजिटल सेवा केंद्र की आड़ में चलाया जा रहा था. एक महीने के भीतर करोड़ों की ठगी की जा चुकी है. जालसाजों के झांसे में अब तक चार सौ से ज्यादा लोग आए हैं. 


पॉश इलाके मालवीय नगर की इमारत के तीसरे फ्लोर पर ठगी का सेंटर चल रहा था. पुलिस ने तीसरी मंजिल पर छापेमारी के बाद ठगी का भंडाफोड़ किया. जालसाज फोन कर लोगों को ई मित्र केंद्र या आधार कार्ड फ्रेंचाइजी देने का झांसा देते थे.


झांसे में आने के बाद लोगों से मोटी रकम वसूली जाती थी. पुलिस ने पॉश इलाके में छापेमारी कर फर्जी कॉल सेंटर से तीन दर्जन मोबाइल, सीपीयू, मॉनिटर और कॉलिंग डेटा बरामद किया है. जवाहर सर्किल थाना के अधिकारी विनोद सांखला ने बताया कि फर्जी कॉल सेंटर का मास्टरमाइंड प्रमोद कुमार है. उसने पंद्रह से बीस हजार रुपये महीने की सैलेरी पर आठ लोगों को रखा था.


जयपुर में फर्जी कॉल सेंटर का हुआ पर्दाफाश


छापेमारी के दौरान ठगी में शामिल लोगों को पकड़ लिया गया है. पुलिस ने बताया कि मास्टरमाइंड प्रमोद कुमार बीए पास है. लेकिन ठग गैंग को शातिर तरीके से चला रहा था. फोन सिम की खरीदारी भी कर्मचारियों के नाम से होती थी. कर्मचारियों के नाम से लिये गये फोन का सिम ठगी की वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल होता था. अब ठग गैंग का सरगना प्रमोद कुमार समेत सभी आठों ठग पुलिस की गिरफ्त में हैं. फर्जी कॉल सेंटर का संचालन पॉश इलाके में लोगों की नजरों से बचने के लिए किया जा रहा था.