Railway News: जयपुर (Jaipur) रेलवे स्टेशन के रनिंग रूम में लोको पायलट (Loco Pilot) के लिए दी गई सुविधाओं के समर्थन में अब यूनियन के अधिकारी आ गए हैं. उन्होंने सुविधाओं का समर्थन किया है. ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन (AIRF) के महासचिव शिवगोपाल मिश्रा ने रनिंग रूम (Running) में टॉयलेट्स, फुट मसाजर और कंप्यूटर लगाए जाने को लेकर समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे गलत हैं और यह निंदनीय है. उन्होंने कहा कि हमारा लोको ड्राइवर और ट्रेन मैनेजर कठिन परिस्थिति में दिन रात मेहनत करता है. उसके साथ ऐसा होना दुखद है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना बस रेलवे की इमेज को ख़राब किया जा रहा है.


शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि एक तरफ जहां हम रेलवे की हुई दुर्घटना से दुखी हैं और दूसरी तरफ हमें लोकोपायलट और ट्रेन मैनेजर का मनोबल बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि इससे चीजें बेहतर होंगी. लोको पायलट और सहायक लोको पायलट की सुरक्षा और संरक्षा के लिए रनिंग रूम में सुविधा बेहतर होनी चाहिए.  वर्ष 2013 की एक रिपोर्ट के आधार पर क्रॉकरी, फुट मसाज और विंटर जैकेट की सुविधा दी जा रही है. सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए मैन पावर के प्रशिक्षण के अलावा ट्रैक प्रबंधन प्रणाली के इस्तेमाल के लिए लैपटॉप और कंप्यूटर दिए गए हैं.


इसलिए लोको पायलट के समर्थन में उतरा यूनियन
 जानकारी के अनुसार सिविल इंजीनियरिंग वर्क्स, सिग्नलिंग, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल वर्क्स जैसी प्राथमिकता वाली संरक्षा परियोजनाओं के अलावा, संचालन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मानवीय त्रुटियों की संभावना को कम करने के लिए व्यय का एक स्पष्ट प्रावधान था. शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि ट्रेनों के लोको पायलट घंटों ट्रेनों में ड्यूटी के दौरान खड़े रहते हैं और ड्यूटी से ऑफ होने के बाद वे अगली ड्यूटी पर जाने से पहले अनिवार्य ब्रेक के लिए रनिंग रूम में जाते हैं. इसलिए रनिंग रूम में चालकों के लिए अन्य सुविधाओं के साथ-साथ मैस में क्रॉकरी और फुट मसाजर की व्यवस्था की जानी है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चालक अगली ड्यूटी से पहले अच्छी तरह से आराम कर सकें.


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