Jaipur Karamchari Strike: संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के आह्वान पर आज अवकाश लेकर नगर निगम जयपुर ग्रेटर और हेरिटेज दोनों में सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर हैं. संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने बताया कि हमारी कई मांगें थीं जिसपर कोई सुनवाई नहीं हो पाई है.

 

जिसे लेकर अब धरना प्रदर्शन जारी है. सफाई कर्मचारियों की भर्ती मस्ट्रोल पर किये जाने की मांग की गई थी. इसी तरह की कुल पांच मांगें इसमें शामिल हैं. अब इस धरने से सफाई व्यवस्था पर असर पड़ रहा है. आज सुबह से ही सफाई कर्मी अपनी मांग को लेकर धरना शुरू कद दिया है. 



संयुक्त सफाई कर्मचारी संघ और वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि 23 जनवरी 2024 को सरकार के साथ हुए समझौते के तहत भर्ती की जाए. घोषणा की गई है कि जब तक भर्ती पूरी नहीं हो जाती, तब तक जयपुर में कचरा संग्रहण नहीं होगा. मंगलवार को जयपुर में वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारियों की संयुक्त बैठक हुई. इस बैठक में सामूहिक हड़ताल की घोषणा की गयी.


ये हैं मांगे 
सफाई कर्मचारी भर्ती प्रैक्टिकल आधार पर की जाए और उसका समय एक साल से ज्यादा न हो. सफाई कर्मचारी भर्ती प्रैक्टिकल में जो भी अभ्यर्थी का कार्य करें उसके कार्य के परिश्रम का भुगतान मस्ट्रोल के आधार पर किया जाए. सफाई कर्मचारी भर्ती में प्रैक्टिकल में सफल रहे अभ्यर्थी को एक वर्ष के बाद स्थाई कर्मचारी घोषित किये  जाए. सफाई कर्मचारी भर्ती में परंपरागत सफाई कर्मी कार्य से जुड़े परिवार समाज को प्राथमिकता दी जाए.


नहीं की जा रही है भर्ती नियमों की पूर्ण पालना
इसके साथ ही सफाईकर्मी भर्ती प्रक्रिया 2012 के अनुसार वाल्मीकि एवं हेला समाज को सीधी नियुक्ति दी जाए. इसके साथ ही 2004 में 2012 के भर्ती नियमों की पूर्ण पालना नहीं की जा रही है. सफाई कर्मचारी भर्ती में पूर्व में राज्य के नगर निगम, नगर निकायों में सफाई का कार्य किये गए कर्मियों को अतिरिक्त बोनस अंक देकर वरीयता दी जाए की मांग की है.







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