Rajasthan News: पिछले दिनों कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सफारी की थी. इसके बाद ठीक वैसा ही राजस्थान के मिमिक्री आर्टिस्ट श्याम रंगीला ने भी एक वीडियो बनाया, लेकिन उन्हें अब नोटिस मिल गया है. क्योंकि उन्होंने वीडियो बनाते समय जंगल सफारी के नियम का उल्लंघन किया है. दरअसल, उन्हें अब वन विभाग ने नोटिस दे दिया है. जानकारी के अनुसार सफारी के दौरान झालाना में उन्होंने नील गाय के पास जाकर उसे कुछ खिलाया था. जिसके बाद वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट का उल्लंघन करने पर उन्हें नोटिस दिया गया है. इस सिलसिले में उन्हें अब जवाब देने के लिए आज पेश होना है.
मिमिक्री आर्टिस्ट श्याम रंगीला ने ट्वीट किया है कि, 'हे नीलगाय मुझे याद है जब तुम थोड़ा डर के इधर उधर हो रही थी, लेकिन जैसे ही मैंने तुम्हें पीएम मोदी की आवाज में बुलाया था तो तुम दौड़ी चली आई थी. शायद तुम्हें पता भी चल गया था कि ये तो 56 इंच नहीं 56 किलो वाला कोई है. हे नीलगाय मैंने आपको कुछ खिलाया था, माफ करना, मैं असली नहीं था.'
अधिकारी क्या कह रहे हैं ?
वहीं जयपुर क्षेत्रीय वन अधिकारी जनेश्वर चौधरी ने बताया कि, यूट्यूव चैनल श्याम रंगीला पर 13 अप्रैल को झालाना लैपर्ड रिजर्व का वीडियो अपलोड किया गया था. इस वीडियो में श्याम रंगीला जंगल में गाड़ी से नीचे उतरकर अपने हाथ से वन्य प्राणी नीलगाय को खाद्व पदार्थ खिताले नजर आए. दरअसल, वन्य प्राणियों को खाद्य पदार्थ खिलाना वन अधिनियम 1953 व वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के प्रावधानों का उल्लंघन करना है. उन्होंने कहा कि श्याम रंगीला ने इस कृत्य से न केवल वन्यजीव अपराध किया है, बल्कि उसका वीडियो बनाकर उसे प्रसारित कर अन्य लोगों को भी अपराधिक कृत्य करने के लिए उकसाया है. ऐसे में इस मामले में जांच कर आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए श्याम रंगीला को सोमवार को कार्यालय क्षेत्रीय वन अधिकारी जयपुर में पेश होना है. यदि तय समय पर श्याम रंगीला पेश नहीं होते है तो आगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.