Jaipur SMS Hospital: जयपुर की सांसद मंजू शर्मा ने सवाई मान सिंह अस्पताल (SMS Hospital) को एम्स (AIIMS) का दर्जा दिए जाने का सवाल संसद में उठाया है. एसएमएस हॉस्पिटल पर हर दिन हजारों मरीजों का भार है. राजस्थान में जोधपुर में एक एम्स अस्पताल है. उसके अलावा राजकीय मेडिकल कॉलेज हैं, जबकि सवाई मान सिंह अस्पताल जयपुर पर कई अन्य राज्यों के मरीजों का भार है. 


इसलिए अगर एसएमएस अस्पताल को एम्स का दर्जा दिया जाता है तो यह एक बड़ी राहत होगी. इसके साथ ही एसएमएस अस्पताल की सुविधाओं को और बेहतर करने के लिए कई मांग उठ चुकी हैं. जयपुर की सांसद ने अब मांग को एक बार फिर मजबूती से उठा दिया है, जिसके बाद से यहां पर चर्चाएं खूब हो रही हैं.


 






क्या कहा है सांसद ने?
जयपुर से बीजेपी सांसद मंजू शर्मा ने कल संसद में अपने सवाल में कहा कि जयपुर में 1934 से सवाई मान सिंह राजकीय चिकित्सालय संचालित है. जो बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां पर कई राज्यों के मरीज आते हैं. राजस्थान के स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए इस चिकित्सालय को एम्स का दर्जा दिया जाय. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से इसके लिए अनुरोध किया है.


जयपुर के आसपास की व्यवस्था में सुधार
सवाई मान सिंह अस्पताल को अगर एम्स का दर्जा मिलता है तो आसपास के सेटेलाइट अस्पातल को और अपग्रेड किया जा सकेगा. जिसका असर यहां की स्वास्थ्य यवस्था पर पड़ेगा. क्योंकि यहां पर प्रदेश भर से लोग आते हैं, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी. 


चिकित्सा व्यवस्था पर राज्य सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं लेकिन सांसद की इस मांग से स्वास्थ्य व्यवस्था की बड़ी उपलब्धि हो सकती है. कोरोना काल में सवाई मान सिंह अस्पताल ने मजबूती से अपना काम किया था. यहां पर चिकित्सा की सारी सुविधाएं उपलब्ध थीं.


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