Rajasthan Assembly Election 2023: विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है. सचिन पायलट (Sachin Pilot) अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठने वाले हैं. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी सरकार के कथित घोटाले का मुद्दा उठाकर अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया.
सचिन पायलट ने एलान किया कि 11 अप्रैल को 11 बजे एक दिन शहीद स्मारक पर अनशन करेंगे. इस बीच, कांग्रेस ने बयान जारी कर गहलोत सरकार के कामकाज को सराहा है. वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की योजनाओं और पहल ने बड़ी आबादी को प्रभावित किया है.
सचिन पायलट के वार पर कांग्रेस का बयान
राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को जबरदस्त सफलता मिली थी. कांग्रेस ऐतिहासिक उपलब्धियों और संगठन के सामूहिक प्रयासों की बदौलत लोगों से सेवा करने का दोबारा जनादेश मांगेगी. कांग्रेस का बयान ऐसे समय में आया है जब सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए हैं. महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती (Mahatma Jyotiba Phule Jayanti 2023) 11 अप्रैल को है. सचिन पायलट का महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर अनशन मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है.
गहलोत सरकार के कामकाज को सराहा
सचिन पायलट अनशन से राजस्थान, मध्य प्रदेश के दलित मतदाताओं को साध सकते हैं. महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर सचिन पायलट के अनशन को मीडिया की कवरेज भी मिलेगी. सचिन पायलट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस नेतृत्व हरकत में आ गया है. सूत्रों का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा सचिन पायलट से बात कर सकते हैं. हालांकि, उन्होंने सचिन पायलट की प्रेस कॉफ्रेंस पर नाराजगी जाहिर की. उनका कहना था कि प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले बात करनी चाहिए थी.