Jaisalmer Tourism: सर्दी की छुट्टियों में जैसलमेर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए यह खबर महत्वपूर्ण है. अब आपका सफर आसान हो जाएगा. जैसलमेर के लिए फ्लाइट क्योंकि इस विंटर सीजन के लिए तीन एयरलाइन कंपनियों ने भी तैयार या करते हुए एयरलाइंस कंपनियों ने हवाई सेवा शुरू करने की घोषणा की है. साथ ही विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं. पर्यटन सीजन के साथ-साथ चुनावी माहौल भी गर्माने की उम्मीद है.


पश्चिमी राजस्थान की स्वर्ण नगरी के नाम से प्रसिद्ध जैसलमेर जिला पर्यटन के क्षेत्र में देश नहीं पूरी दुनिया में अलग ही पहचान रखता है. जैसलमेर जिले में पर्यटन सीजन का आगाज भी हो चुका है. जैसलमेर में देसी विदेशी सैलानियों का विंटर सीजन में भारी जमावड़ा देखने को मिलता है. इसके साथ ही तीन एयरलाइंस फ्लाइट कंपनियों ने जैसलमेर के सिविल एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू करने की घोषणा कर दी है.


एयरलाइन कंपनियों ने ये की है घोषणा
इस पर्यटन सीजन में तीन कंपनियों ने हवाई सेवा मिलने से पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यवसायों को अच्छा फायदा होने की उम्मीद है. इस बार तीन कंपनियों की सेवा सैलानियों और स्थानीय लोगों को मिलेगी. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों का मानना है कि हवाई सेवाएं शुरू होने के कारण जैसलमेर के टूरिज्म को एक नई उड़ान मिलेगी. जैसलमेर में विंटर सीजन के शेड्यूल के तहत अक्टूबर के आखिरी सप्ताह से मार्च महीने तक हवाई सेवाओं का संचालन होता है.


इस बार एयरलाइंस विमान कंपनी ने 2 अक्टूबर से ही जैसलमेर-दिल्ली के बीच सीधी हवाई सेवा और इंडिगो ने 12 अक्टूबर से जैसलमेर-दिल्ली और 29 से अहमदाबाद, मुंबई और रायपुर के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू करने की घोषणा की है.


पर्यटन से जुड़े व्यवसायों को मिलेगा फायदा
इस घोषणा के साथ ही जैसलमेर के पर्यटन से जुड़े लोगों और सैलानियों में बहुत खुशी देखी जा रही है. जैसलमेर में पर्यटन सीजन से जुड़े व्यवसायों का कहना है कि जैसलमेर में इस बार तीन एयरलाइंस कंपनियों ने हवाई सेवा देने की घोषणा की है. इससे सैलानियों की आवक भी बढ़ेगी हवाई सेवाओं की ओर से बढ़िया क्लाइंट भी जैसलमेर आएंगे.


इससे पर्यटन से जुड़े सभी व्यवसायों के लोगों को अच्छा फायदा होगा. इस बार दिवाली नवंबर में है. दिवाली से पहले ही फ्लाइट सेवा में जाने से जैसलमेर टूरिस्ट को बहुत ज्यादा फायदा मिलने वाला है. इन सेवाओं से टूरिज्म के क्षेत्र गुलजार होने की उम्मीद है.


ये भी पढ़ें: Exclusive: राजस्थान के 15 जिलों की ये 82 सीटे हैं 'गेमचेंजर', यहां जाट और किसान तय करते हैं उम्मीदवारों का भविष्य