Kidnapping In Jalore: राजस्थान के जालौर में ग्रेनाइट व्यापारी के बेटे ने शेयर मार्केट में घाटे की भरपाई के लिए अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रच दी. इतना ही झूठी साजिश रचकर पिता के मोबाइल पर मैसेज कर ग्रेनाइट पत्थर चमकाने का फार्मूला और 6 लाख रुपये नकद फिरौती की डिमांड भी की गई.
घटना में की झूठी साजिश रचकर जालोर पुलिस को 3 दिन तक लगातार घुमाता रहा घटना की सूचना के बाद पुलिस ने अलग-अलग साथी में गठित की गई जिस पर पुलिस टीम ने तकनीकी सहायता और सीसीटीवी कैमरा को खंगालना शुरू किया. मामले में रणकपुर के रास्ते में पुलिस ने व्यापारी के बेटे को दबोच लिया. फिरौती में ग्रेनाइट स्टोन में चमक लाने का फार्मूला और 6 लाख नकदी की फिरौती मांगी गई थी.
शेयर मार्केट में हुआ था नुकसान
पुलिस ने मामले में अपहरत राजेंद्र कुमार पुत्र रतनलाल जाति मालवीय लोहार निवासी शाही विहार कॉलोनी जालौर को कस्बा सादड़ी जिला पाली से दस्तयाब किया गया. अपहृत राजेंद्र से घटना के संबंध में पुलिस ने पूछताछ की गई तो अपहृत युवक राजेंद्र बताएं कि उसने शेयर मार्केट में फ्यूचर एंड ऑप्शन में पैसे लगे जिसमें उसके दिसंबर 2023 जून 2024 तक 10 लाख 50 हजार का नुकसान हुआ जिसकी भरपाई करने के लिए उसने चार लाख 50 हजार का एक्सिस बैंक से ऑनलाइन लोन लिया.
धमकी के बाद फोन कर लिया बंद
शेष 6 लाख रुपये की वसूली के लिए वह खुद के अपहरण की योजना बनाकर घर से अपनी मोटरसाइकिल लेकर अपना मोबाइल फोन बंद करके सिरोही गया. वह अपने फोन से पिता रतनलाल को खुद के अपहरण होने की फिरौती 6 लाख रुपये मांग करने लगा. फिरौती नहीं देने पर बेटे को जान से मारने का मैसेज कर फोन बंद कर दिया. उसके बाद सिरोही हरजी बालोतरा पचपदरा सांडेराव सादड़ी घूमता रहा, जहां से कल शाम को पुलिस ने राजेंद्र को रणकपुर रोड़ सादड़ी से मोटरसाइकिल के साथ दस्तयाब किया.
मैसेज करके दिया था धमकी
एसपी ज्ञानचंद्र यादव ने पुलिस बताया कि जालोर के कोतवाली थाना इलाके में रहने वाले ग्रेनाइट व्यापारी रतनलाल लोहार का बेटा सोमवार को गायब हो गया था. इसके बाद रतनलाल लोहार के पास शाम 5.30 के करीब धमकी भरे मैसेज आए, जिसमें लिखा था कि बेटे को जिंदा देखना चाहते हो तो 6 लाख कैश और ग्रेनाइट पत्थर में चमक लाने के लिए बनाई जाने वाली बट्टी का फार्मूला लेकर बताए हुए पते पर आ जाओ.
जिसके बाद रतनलाल लोहार ने किडनैपिंग और फिरौती का मामला दर्ज कराया. इसके बाद सामने आया कि व्यापारी के बेटे राजेंद्र (25) ने खुद ही अपने अपहरण की झूठी कहानी रची थी. गुरुवार शाम 4.15 बजे राजेंद्र को देसुरी-रणकपुर के बीच के रास्ते से पकड़ लिया. यहां सड़क से कुछ दूर झाड़ियों में आराम कर रहा था.
40 घंटे के अंदर पुलिस ने मामले को सुलझाया
पुलिस ने 48 घंटे तक लगातार उसकी तलाश की जैसे-जैसे राजेंद्र की लोकेशन मिली उस क्षेत्र में पुलिस की टीमें पहुंचीं और तकनीकी सहायता लेकर उसे ढूंढने की कोशिश की. इधर अभय कमांड व साइबर टीमें भी लगातार उसे ट्रेस कर रही थीं. पुलिस को जहां भी सीसीटीवी फुटेज में राजेंद्र नजर आया, वहां अकेला था. ऐसे में शक हुआ कि उसने किडनैप की कहानी रची है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राजेंद्र सोमवार को अपने घर से दोपहर को भोजन कर ग्रेनाइट फैक्ट्री जाने के लिए निकला था. वह अपने घर थर्ड फेज से धवला होते हुए नारायणावास गया. वहां से बरलूट होते हुए सिरोही पहुंच गया.
खुद से किया था खुद को किडनैप
पुलिस को वह सिरोही के गोयली चौराहे पर कैमरे में दिखा. उसने अपना मुंह रुमाल से ढक रखा था उसी जगह से उसने सोमवार शाम फिरौती का पहला मैसेज किया. इसके बाद वह जालोर की ओर लौटा.उसने बुडतरा नदी के आसपास से दूसरा मैसेज किया है.
यहीं उसके पिता रतन लोहार पुलिस के साथ फिरौती की रकम सहित पहुंचे उसने कार का इंडिकेटर चालू रखकर लोकेशन छिपाड़वारा-हरजी के बीच पर आने की धमकी दी गई थी, लेकिन मंगलवार को कई गाड़ियां देख उसने डील रद्द कर दी. इसके बाद फोन बंद कर दिया.
बुधवार दोपहर में अपना फोन कुछ देर के लिए खोला गया. इस दौरान उसकी लोकेशन समदड़ी के पास जाणियाणा गांव के नजदीक मिली. गुरुवार को राजेंद्र ने कई बार फोन ऑन किए. दोपहर को फोन ऑन किया तो नेतरा की लोकेशन पुलिस को इस पर जालोर और आहोर थानाधिकारी और डीएसटी प्रभारी वहां पहुंचे. इसके बाद रानी-खीमेल के आसपास उसकी लोकेशन मिली. इसके बाद पाली पुलिस की मदद से उसे गुरुवार शाम 4:15 बजे के रणकपुर के रास्ते पकड़ लिया गया.
वहीं पुलिस की ओर से युवक को दस्तयाब करने के बाद अपहरण की झूठी साजिश रचने और पुलिस को गुमराह करने के मामले में युवक को गिरफ्तार किया है.
(रिपोर्ट- हीरालाल भाटी)
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