Rajasthan Cyber Fraud: राजस्थान में साइबर अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. पुलिस की सख्ती के बावजूद साइबर अपराधी बेलगाम हैं. धोखाधड़ी, ठगी और जालसाजी के आए दिन मामले सामने आ रहे हैं. ताजा घटना 28 अक्टूबर की है.


जालौर में रेलवे टेंडर दिलवाने के नाम पर कारोबारी को निशाना बनाया गया. जालसाजों ने 500 करोड़ का रेलवे टेंडर दिलवाने के नाम पर 13 लाख 22 हजार की व्यापारी को चपत लगा दी. गनीमत रही कि पुलिस की तत्परता से ठगी की राशि पीड़ित को मिल गयी.


खाते में राशि रिफंड होने के बाद व्यापारी ने पुलिस का आभार प्रकट किया. एसपी ज्ञानचंद यादव ने बताया कि कारोबारी राजू चौधरी को अभिषेक रंजन नामक व्यक्ति ने फोन कर 500 करोड़ का रेलवे टेंडर दिलाने का झांसा दिया. कॉलर ने एडवांस के तौर पर 13 लाख 22 हजार रुपये की मांग की. डिमांड ड्राफ्ट मांगे जाने पर पीड़ित ने देने में असमर्थता जाताई. कॉलर ने एक पार्टी का बैंक खाता उपलब्ध कराया. उपलब्ध कराये गये खाते में पीड़ित ने राशि ट्रांसफर कर दी.


रेलवे टेंडर दिलवाने के नाम पर लाखों की ठगी


व्यापारी टेंडर के बारे में जानकारी लेने लगा. जानकारी मांगने पर आरोपी ने टालमटोल करना शुरू कर दिया. पूछे जाने पर कहता कि टेंडर की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है. बातचीत से व्यापारी को ठगी का एहसास हो गया. उसने साइबर पुलिस के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करवाई. साइबर पुलिस ने बैंक खाता हुए ट्रांजैक्शन की तहकीकात शुरू की. पता चला कि ठगी की राशि अभी तक दूसरे खाते में ट्रांसफर नहीं की गयी है.


पुलिस की सक्रियता से व्यापारी को मिली रकम


बैंक नोडल अधिकारियों से तुरंत समन्वय स्थापित पुलिस ने किया. पुलिस ने ट्रांजैक्शन को निरस्त कर आरोपी के खातों को फ्रिज करवा दिया. एसपी ज्ञानचंद यादव ने बताया कि ठगी की विभिन्न घटनाओं में अब तक करीब 60 लाख रुपये की राशि पीड़ितों के खाते में रिफंड करवाई जा चुकी है. उन्होंने साइबर ठगी से बचने के लिए सावधान और सतर्क रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि ठगी की कॉल आने पर साइबर पुलिस को सूचना दें. 


(हीरालाल भाटी की रिपोर्ट)


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