अशोक गहलोत के CM रहते चर्चा में आया था मुद्दा, लोकसभा चुनाव में वैभव गहलोत ने लिए बनेगा चुनौती?
Jalore Sirohi Lok Sabha Seat: कांग्रेस ने वैभव गहलोत को जालौर सिरोही लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. जालौर सिरोही सीट पर कांग्रेस की जीत अशोक गहलोत के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: जालौर सिरोही लोकसभा सीट पर र्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भीनमाल को जिला नहीं बनाना मुद्दा बन गया है. राजस्थान की राजनीति में अशोक गहलोत की पकड़ मानी जाती है. अशोक गहलोत पहली बार 1999 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. इससे पहले उन्होंने जोधपुर के कई बार सांसद भी रहे. लेकिन उनकी अगुवाई में लड़ा गया 2023 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस हार गई.
कांग्रेस की हार के बाद अब लोकसभा चुनाव की बारी है. लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है. अब दूसरे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा. दूसरे चरण की जालौर-सिरोही सबसे हॉट सीट बन गई है.
कांग्रेस ने वैभव गहलोत को जालौर सिरोही लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में तो उतारा है. अशोक गहलोत लगातार भीनमाल बागोडा और रानीवाड़ा क्षेत्र की जनता से वैभव गहलोत को समर्थन देने की अपील कर रहे हैं. वैभव गहलोत जोधपुर के बाद जालौर से प्रत्याशी बनाए गए हैं.
दरअसल, अशोक गहलोत के कार्यकाल के दौरान भीनमाल को जिला बनाने के लिए कई बार आंदोलन किया गया था. करीब दो महीने तक धरना प्रदर्शन भी चला खा. तब संघर्ष समिति के सदस्यों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री गहलोत से कई बार मुलाकात भी की थी. लेकिन भीनमाल को जिला बनाने की घोषणा नहीं की गई. उन्होंने बागोड़ा और रानीवाड़ा को सांचौर जिले में जोड़ दिया था.
वैभव गहलोत 2014 का लोकसभा चुनाव जोधपुर के बीजेपी प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत से 2 लाख 74 हजार वोटों से हार गए थे. जोधपुर लोकसभा सीट अशोक गहलोत के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गयी है. कुछ महीनों पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनने पर अशोक गहलोत ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली. मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में उन्होंने वैभव को जालौर-सिरोही सीट से टिकट दिलवाया. (हीरालाल भाटी की रिपोर्ट)