Jan Sangharsh Yatra Live: जन संघर्ष यात्रा में बोले सचिन पायलट- 'जनता को लूटने का लाइसेंस किसी को नहीं'
Jan Sangharsh Yatra Live: सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा अजमेर से शुरू होगी और पींच दिन में 125 किलोमीटर का सफर तय कर जयपुर पहुंचेगी. पायलट युवाओं को साधते हुए उन्हें अपने साथ जोड़ना चाहते हैं.
अशोक उद्यान में जनता को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा, 'हेमाराम जी पर आरोप लगाना गलत. वे इंदिरा के समय से राजनीति में, उन्होंने अपने स्वर्गीय पुत्र की याद में हॉस्टल बनाया. जनता सब जानती है, अखबार में छपे ना छपे. मुझ पर अपने तो क्या विरोधी भी आरोप नहीं लगा सकते. राजनीति आग का दरिया है उसे तैर कर पार करना पड़ेगा.'
सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की तैनाती के आदेश.
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अजमेर पहुंच गए हैं. अजमेर रेलवे स्टेशन पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. अब पायलट अशोक उद्यान सभा स्थल के लिए रवाना हो रहे हैं.
सचिन पायलट रानीखेत एक्सप्रेस से अजमेर गए. ट्रेन में प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से सैकड़ों युवा. पायलट संग युवाओं की उमड़ी फौज. ट्रेन के सभी डिब्बों में पायलट समर्थक.
सचिन पायलट की जन संघर्ष पदयात्रा पर कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है. सचिन पायलट का हुट इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ यात्रा बता रहा है. वहीं, अशोक गहलोत कैंप ने इसे अनुशासनहीनता बताया है.
सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा दोपहर बाद अजमेर के अशोक उद्यान से शुरू होगी. सचिन पायलट जयपुर से ट्रेन के ज़रिए दोपहर क़रीब 12.15 पर अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे. यात्रा रवानगी से पहले अशोक उद्यान में पायलट की एक सभा होगी. उसके बाद जन संघर्ष यात्रा का आगाज होगा.
दरअसल, सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा का जो पोस्टर जारी हुआ, उसमें न अशोक गहलोत की तस्वीर तो थी नहीं, लेकिन न ही मल्लिकार्जुन खरगे और न ही राहुल-प्रियंका गांधी की फोटो लगाई गई. सचिन पायलट के इस कदम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा को मजाक बताया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मजाक का क्या समाधान करें?
बैकग्राउंड
Jan Sangharsh Yatra Live: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट गुरुवार को वहीं आज पायलट ने गुरुवार 11 मई से जन संघर्ष यात्रा की शुरुआत कर दी है. अजमेर में आरपीएससी कार्यालय के पास से इस पद यात्रा का आरंभ हुआ है. राजस्थान कांग्रेस में राजनीतिक संकट के बीच गहलोत बनाम पायलट का मुद्दा और बड़ा हो गया है. ऐसे में पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ आज मोर्चा संभालने जा रहे हैं और पेपर लीक मुद्दे के विरोध में 125 किलोमीटर पांच दिवसीय यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं.
सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा अजमेर से शुरू होकर जयपुर पर समाप्त होगी और 125 किलोमीटर का सफर तय करेगी. सचिन पायलट ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि आरपीएससी से लगातार पेपर लीक हुए हैं और इसे लेकर राजस्थान की जनता में, यहां के युवाओं में आक्रोश है. हाल ही में आरपीएससी का सचिव भी गिरफ्तार हुआ. इसके बाद से यह साफ होता दिख रहा है कि पेपर लीक के मामलों में आरपीएससी खुद शामिल है. क्योंकि आरपीएससी का कार्यालय अजमेर में है, इसलिए यात्रा की शुरुआत यहां से की जा रही है.
युवाओं की आवाज उठाने के लिए सचिन पायलट की यात्रा
अब सचिन पायलट राजस्थान के युवाओं को साधते हुए पेपर लीक मामले में उन्हें अपने साथ जोड़ना चाहते हैं. इस दौरान युवाओं से मिलकर उनसे बातचीत करेंगे और उन्हें न्या दिलाने की कोशिश करेंगे. जानकारों का कहना है कि सचिन पायलट को इसका फायदा भी मिलेगा. सचिन पायलट का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी या कांग्रेस दोनों ने भ्रष्टाचार के इस मामले में कड़ा स्टैंड नहीं लिया है. इसलिए अब वह युवाओं की आवाज उठा रहे हें.
गौरतलब है कि आरपीएससी हेडक्वॉर्टर अजमेर में है, जिसपर निशाना साधते हुए सचिन पायट राज्यभर के युवाओं को साधने की तैयारी में हैं. आने वाले दिनों में सरकारी नौकरी के लिए और भी एग्जाम आने वाले हैं, ऐसे में इस मुद्दे से हर छात्र और युवा जुड़ेगा. सचिन पायलट यह मुद्दा उठाकर ये बताना चाहते हैं कि भले ही पूर्व में राजे सरकार और मौजूदा समय में गहलोत सरकार ने इस मुद्दे पर ध्यान न दिया हो, लेकिन वह युवाओं के साथ हैं.
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