Janmashtami 2022: जन्माष्टमी से पहले राजस्थान में खिले दुर्लभ फूल, पूरे साल में एक बार रात को होता है ऐसा
Krishna Janmashtami 2022: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व से पहले राजस्थान के ब्यावर में एक दुर्लभ प्रजाति का फूल खिला. "ब्रह्म कमल" नामक इस फूल के खिलने की खबर शहर में आग की तरह फैल गई.
Happy Janmashtami 2022 Wishes: श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व से पहले राजस्थान के ब्यावर में एक दुर्लभ प्रजाति का फूल खिला. "ब्रह्म कमल" नामक इस फूल के खिलने की खबर शहर में आग की तरह फैल गई. रात के अंधेरे में लोग इस फूल को देखने के लिए पहुंचे. आस्थावान लोगों ने हाथ जोड़कर इस दुर्लभ फूल के दर्शन किये. ब्यावर के गायत्री नगर इलाके में रहने वाले रिटायर्ड एडवोकेट महेशचंद्र गुप्ता के आवास पर मंगलवार रात करीब 9.30 बजे यह दुर्लभ फूल खिला.
गुप्ता ने बताया कि वे चार साल पहले इंदौर से ब्रह्म कमल का पौधा लाए थे. उस वक्त उन्हें इस पौधे की खासियत का पता नहीं था. बाद में जब उन्होंने इसकी जानकारी जुटाई और लेख पढ़े तो उनका पूरा परिवार खुश और उत्साहित हो गया. वे बीते चार साल से इस फूल के लिए पौधे पर नजर रख रहे थे.
महेशचंद्र के पुत्र मयंक गुप्ता ने बताया कि चार साल से उनका परिवार फूल खिलने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था. पहली कली देखकर इंतजार और बढ़ गया. मंगलवार रात करीब 9.30 बजे फूल खिला तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. इसी जानकारी मिलने पर पड़ोसी और रिश्तेदार इसे देखने आए. इसके बाद सभी ने एक-दूसरे को मोबाइल फोन पर कॉल और मैसेज के जरिए बताया तो शहर के लोग भी इस फूल को देखने उमड़ पड़े.
ब्रह्म कमल में क्या है खास
यह फूल साल में एक बार रात में कुछ घंटों के लिए खिलता है. इस फूल की सुगंध तेज होती है और आसपास का पूरा वातावरण महका देती है. यह एक ऐसा फूल है जिसकी महालक्ष्मी वृद्धि के लिए पूजा की जाती है. आमतौर पर यह दुर्लभ फूल उत्तराखंड में केदारनाथ और हिमालय पर्वत की ऊंचाई पर देखा जाता है. विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम से दो किलोमीटर ऊपर वासुकी ताल के निकट और ब्रह्मकमल नामक तीर्थ पर यह फूल सर्वाधिक उत्पन्न होता है. उत्तराखंड में ब्रह्म कमल की 24 प्रजातियां मिलती हैं. पूरे विश्व में इस फूल की 210 प्रजातियां हैं.
वेदों में भी है इस पुष्प का वर्णन
इस दुर्लभ पुष्प का वर्णन वेदों में भी मिलता है. पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णुजी ने केदारनाथ ज्योतिर्लिंग पर 1008 शिव नाम से 1008 ब्रह्मकमल पुष्पों से शिवार्चन किया और वे कमलनयन कहलाए. यहीं इन्हें सुदर्शन चक्र वरदान स्वरूप प्राप्त हुआ था. यह पुष्प केदारनाथ शिवलिंग को अर्पित कर प्रसाद के रूप में दर्शनार्थियों को भी बांटा जाता है.
हॉलीवुड मूवी में दिखा था यह फूल
वर्ष 2018 में आई हॉलीवुड मूवी "क्रेजी रिच एशियन्स" में भी इस स्पेशल फूल को दिखाया था. मूवी में एक स्पेशल पार्टी के दौरान एक्ट्रेस ने इसे शो किया था. इस फ्लॉवर का साइंटिफिक नाम एपिफिलम ऑक्सीपेटालम है. इसे क्वीन ऑफ नाइट और रात की रानी भी कहा जाता है.
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