Rajasthan Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव का डंका बज गया है. राजस्थान की 12 लोकसभा सीट पर नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है. भरतपुर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा जाट मतदाता हैं. आज भरतपुर के कुम्हा गांव में जाट समाज की पंचायत हुई. भरतपुर - धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी का आरक्षण नहीं मिलने से जाट समाज ने नाराज होकर बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव को समर्थन दे दिया.

 

जाट संघर्ष समिति द्वारा कुम्हा गांव के बड़े मंदिर पर पंचायत आयोजित की गई और पंचायत में कुम्हा गांव के आसपास के कई गांव की जाट सरदारी ने हाथ में गंगाजल रखकर बीजेपी को हराने के लिए कसम खाई और कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव को समर्थन भी दिया.

 

संजना जाटव से वादा लिया कि यदि वह चुनाव जीत जाती हैं तो लोकसभा में जाट आरक्षण की लड़ाई पुरजोर तरीके से लड़ेंगी.  जाट सरदारी ने कसम खाई की आरक्षण के नाम पर धोखा देने वाली बीजेपी को जाट समाज भरतपुर,करौली-धौलपुर लोकसभा सीटों पर चुनाव हराकर ही चैन की सांस लेगा. 

 

पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह ने की अपील  

 

कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं पूर्व राजपरिवार के महाराजा विश्वेन्द्र सिंह ने भी विगत दिन नामांकन जनसभा में कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए लिए अपील करते हुए भरतपुर लोकसभा क्षेत्र की जनता से वोट देने के नाम पर कन्यादान करने की अपील की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी भरतपुर जिले के भुसावर की बेटी हैं और कन्यादान से बड़ा कोई दान नहीं होता इसलिए वोट के रूप में इसके लिए सभी जनता कन्यादान करे और जिताकर इसे लोकसभा में भेजने का काम करें. 

 

जाट समाज द्वारा चलाया ऑपरेशन गंगाजल 

गौरतलब है कि भरतपुर -धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा लगभग 40 दिन महापड़ाव आंदोलन किया था. राजस्थान के मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद आंदोलन खत्म किया था और महापड़ाव में ही जाट समाज ने गंगाजल लेकर कसम खाई थी की आरक्षण नहीं तो वोट नहीं.

 

आचार संहिता से पहले जाट समाज को आरक्षण नहीं मिला और जाट समाज ने आरक्षण नहीं मिलने पर बीजेपी पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए बीजेपी को लोकसभा चुनाव हराने के लिए अभियान ऑपरेशन गंगाजल शुरू किया है.  

 

भरतपुर लोकसभा सीट,करौली-धौलपुर लोकसभा सीट,अलवर लोकसभा सीट पर जाट आरक्षण समिति बीजेपी को हराने के लिए गांव - गांव में पंचायत कर बीजेपी को हराने की अपील कर रही है. 

 

क्या कहना है संयोजक का ?

 

जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने कहा केंद्र में भरतपुर - धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी के आरक्षण की मांग को लेकर 40 दिन महापड़ाव किया था मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद आंदोलन ख़त्म किया था लेकिन आज तक जाट समाज को आरक्षण नहीं  मिला है इस लिए गांव - गांव में ऑपरेशन गंगाजल शुरू किया गया है.

 

बीजेपी को हराने के लिए जगह जगह पंचायत हो रही है.  गंगाजल हाथ में लेकर कसम खाई है की बीजेपी को हराना है और आज की पंचायत में जाट समाज ने कांग्रेस प्रत्याशी संजना जाटव के लिए समर्थन दिया है.