Rajasthan News: जाट समाज संघर्ष समिति के 11 प्रतिनिधि करेंगे सीएम भजनलाल शर्मा से वार्ता, बैठक के लिए कमेटी गठित
Jat Protest: 22 जनवरी की शाम राजस्थान सरकार के साथ जाट समाज की वार्ता होगी. इसके बाद आरक्षण आंदोलन की रणनीति तय होगी. सरकार ने जाट समाज से वार्ता करने के लिए चार सदस्यों की कमेटी गठित की है.
Jat Reservation Agitation: राजस्थान के भरतपुर जिले के उच्चेन थाना क्षेत्र के गांव जयचोली में भरतपुर-धौलपुर के जाट समाज को केन्द्र में आरक्षण की मांग को लेकर 17 जनवरी से गांधीवादी तरीके से महापड़ाव किया जा रहा है. आरक्षण संघर्ष समिति की तरफ से 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुये आंदोलन को उग्र नहीं किया गया है. जाट समाज को केंद्र में ओबीसी के आरक्षण के लाभ की मांग को लेकर अभी भी महापड़ाव जारी है. महापड़ाव स्थल से जाट समाज का प्रतिनिधिमंडल सरकार की तरफ से गठित की गई 4 सदस्यीय कमेटी के साथ वार्ता करने के लिए रवाना हो गई है. जाट समाज के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज यानी 22 जनवरी की शाम 5 बजे सरकार की 4 सदस्य कमेटी से वार्ता करेगी. कमेटी से वार्ता होने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के साथ शाम 7 बजे जाट समाज के प्राधिनिधिमंडल की वार्ता हो सकती है.
सरकार के साथ आज होने वाली वार्ता के बाद ही जाट आरक्षण आंदोलन की रणनीति तय होगी. जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक ने बताया था कि इस बार आर पार की लड़ाई होगी. अगर आरक्षण नहीं मिला तो आंदोलन को उग्र किया जायेगा, जिसके लिए रेल भी रोकी जायेगी और सड़क पर भी जाम लगाया जायेगा. अगर जाट प्रतिनिधिमंडल की सरकार से वार्ता विफल होती है, तो आंदोलन होगा उग्र महापड़ाव अभी भी जारी है. वार्ता के बाद ही तय होगा कि आंदोलन किस मोड़ पर जाएगा.
सरकार ने चार सदस्यों की कमेटी की गठित
सरकार की तरफ से जाट समाज की 11 सदस्य कमेटी से वार्ता के लिए चार सदस्यों की कमेटी गठित की है. जिसमें नदबई विधायक जगत सिंह, डीग कुम्हेर विधायक शैलेश सिंह,मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, जलदाय विभाग मंत्री, अविनाश गहलोत, सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री शामिल हैं. यह चार सदस्यों की कमेटी आज शाम 5 बजे जाट समाज की 11 सदस्य कमेटी से मुलाकात करेगी। 7 बजे बाद जाट समाज की 11 सदस्य कमेटी सीएम से मुलाकात हो सकती है.
11 सदस्यीय कमेटी हुई रवाना
सरकार से वार्ता करने जाट समाज की 11 सदस्य कमेटी में बयाना विधायक ऋतु बनावत, जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार, दिलीप सिंह, एडवोकेट निवासी करिली, कैप्टन जय सिंह, निवासी अघोरी, धर्मेंद्र सिंह सोलंकी निवासी पुरावाई खेड़ा रूपवास, भोजेन्द्र सिंह निवासी बिनउआ रूपवास, सूनील सरपंच निवासी नौरधा रूपवास, ईश्वर सिंह निवासी बल्लभगढ़ बयाना, करतार सरपंच निवासी जनुथर नगर, महाराज सिंह निवासी कटारा गांव, विमला मेडम शामिल हैं.
संघर्ष समिति के संरक्षक का क्या कहना है?
वार्ता के लिए जयपुर रवाना होते समय आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने बताया कि सरकार की तरफ से कल वार्ता का निमंत्रण आया था.जाट समाज की 11 सदस्य कमेटी जयपुर के लिए रवाना हो रही है. सबसे पहले सरकार ने जो 4 सदस्यों की कमेटी बनाई है उससे वार्ता होगी. हम आशा करते हैं वार्ता सकारात्मक होगी. जिससे हमारी मांगें हैं वह पूरी हों. सरकार ने आंदोलन को गंभीरता से लिया है. हमें वार्ता के लिए बुलाया है. वार्ता ही आंदोलन के समाधान का रास्ता होती है. वार्ता से समाधान होता है तो सरकार के लिए अच्छा है और समाज के लिए भी अच्छा है. अगर वार्ता से समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन की रणनीति पर हम अडिग हैं. महापड़ाव भरतपुर और धौलपुर के जाट समाज को केन्द्र में ओबीसी का आरक्षण मिलने के बाद ही हटाया जायेगा.