(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
JEE Advanced 2023: आज दो शिफ्ट में होगी जेईई-एडवांस्ड की परीक्षा, क्वेश्चन पेपर में दी गई गाइडलाइन पढ़ना न भूलें
JEE-Advanced Exam 2023: देशभर की 23 IIT में प्रवेश के लिए 16 हजार सीटें उपलब्ध हैं. आईआईटी में चयन उन विद्यार्थियों का होगा जो 4 जून को आयोजित हो रही एडवांस्ड की परीक्षा पास करेंगे.
JEE Exam 2023: जेईई एडवांस्ड (JEE Advanced) की परीक्षा का आयोजन 4 जून को 2 शिफ्टों में किया जा रहा है. इस प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) में पेपर-पेटर्न तथा मार्किंग-स्कीम (Marking Scheme) पहले से घोषित नहीं होती. पेपर-पैटर्न और मार्किंग-स्कीम को समझने के लिए विद्यार्थियों को क्वेश्चन पेपर में दिए गए दिशानिर्देशों को ध्यान से पढ़ना होगा. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी दिए गए दिशानिर्देशों के आधार पर मार्किंग-स्कीम को समझ कर प्रश्न पत्र को हल करें.
देव शर्मा ने बताया कि जेईई-एडवांस्ड प्रवेश परीक्षा की प्रोविजनल उत्तर तालिकाएं आगामी 11-जून को जारी की जाएगी. उससे पहले रेस्पॉन्स शीट 9-जून को जारी कर दी जाएगी. परीक्षा परिणाम 18-जून को जारी किया जाएगा. आवश्यक रफ-वर्क और गणना करने के लिए स्क्रिबल-पेड विद्यार्थी की सीट उपलब्ध कराया जाएगा. देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी स्क्रिबल-पेड का उपयोग सावधानी पूर्वक करें क्योंकि अतिरिक्त स्क्रिबल-पेड दिए जाने का कोई प्रावधान नहीं है. विद्यार्थी स्क्रिबल-पेड पर अपना नाम और रोल-नंबर लिखकर हस्ताक्षर जरूर करें.
एडवांस्ड में कटऑफ की बाध्यता
23-आईआईटी संस्थानों के बीटेक, इंटीग्रेटेड-एमटेक और डुएल-डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए लगभग 16-हजार सीटें उपलब्ध हैं. देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों को उपरोक्त प्रतिष्ठित प्रवेश-परीक्षा में सफलता के लिए जेईई-मेन के माइंडसेट से बाहर निकलना होगा क्योंकि जेईई-मेन में सफलता के लिए इंडिविजुअल सब्जेक्ट कट-ऑफ की बाध्यता नहीं है लेकिन जेईई-एडवांस्ड में सफलता के लिए इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ की बाध्यता है.
ऐसे समझें कट-ऑफ का गणित
जेईई-एडवांस्ड-2023 प्रवेश-परीक्षा कई मायनों में जेईई मेंस से अलग है. देव शर्मा ने बताया कि जहां एक और जेईई-मेंस में इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कट-ऑफ परीक्षा-परिणाम को प्रभावित नहीं करती वहीं दूसरी ओर जेईई-एडवांस्ड में इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ क्लियर होना जरूरी है. यदि विद्यार्थी को फिजिक्स, केमिस्ट्री, और मैथ में से किसी एक विषय में भी कट-ऑफ से कम अंक प्राप्त होते हैं तो उसे असफल करार दिया जाएगा. इंडिविजुअल्स-सब्जेक्ट कटऑफ क्लियर होने के बाद ही एग्रीगेट कट-ऑफ के आधार पर विद्यार्थी की सफलता और असफलता का निर्णय होगा.
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