JEE Advanced Result 2022: IIT मुम्बई ने पेपर में तकनीकी शिकायतों के आरोपों के दिए जवाब, फिर जारी हुआ जेईई-एडवांस्ड का रिजल्ट
JEE Advanced 2022: साल 2021 में 41 हजार 862 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया गया था. वहीं इससे पहले साल 2020 में 43204 विद्यार्थियों ने काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया था.
JEE Advanced Result 2022: देश के श्रेष्ठ तकनीकी शिक्षण संस्थान आईआईटी (IIT) में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा जेईई-एडवांस्ड (JEE Advanced 2022) का परिणाम रविवार को जारी किया दिया गया है. इससे पहले शनिवार तक परीक्षा की आयोजक संस्था आईआईटी मुम्बई (IIT Mumbai) ने ऐसे विद्यार्थियों और अभिभावकों को ई-मेल भी किए, जिन्होंने परीक्षा के दौरान हुई तकनीकी समस्याओं को लेकर शिकायतें की थीं. आईआईटी मुम्बई की ओर से सभी विद्यार्थियों की समस्याओं का अध्ययन करते हुए अलग-अलग ई-मेल कर जवाब दिए गए.
इसमें फोंट, जूम-इन, स्क्रॉलिंग, संबंधित तकनीकी शिकायतें भी शामिल थीं. आईआईटी मुम्बई की ओर से विद्यार्थियों को जवाब देने के बाद अब यह तय माना जा रहा था कि परिणाम 11 सितम्बर को जारी कर दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि इससे पहले 28 अगस्त को परीक्षा के बाद कई विद्यार्थियों ने अलग-अलग तकनीकी समस्याओं की शिकायत को लेकर मुम्बई हाईकोर्ट में पुन: परीक्षा की अपील की थी. इसके बाद हाईकोर्ट ने आईआईटी मुम्बई को विद्यार्थियों की शिकायतों के लिए 10 सितम्बर तक उत्तर देने के निर्देश दिए थे.
ये भी पढ़ें- Kota News: मालकिन और लीज होल्डर के विवाद में फसे बच्चे, 10 घंटे तक 25 छात्रों को बनाया गया बंधक
2021 में 41 हजार 862 विद्यार्थियों ने किया था काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई
साल 2021 में 41 हजार 862 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया गया था. साल 2020 में 43204 विद्यार्थी, इससे पहले 2019 में 38705 और 2018 में 31988 विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया गया था. जेईई-एडवांस्ड इनफोर्मेशन बुलेटिन के अनुसार मेरिट लिस्ट में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों को विषयवार और औसतन दोनों कटऑफ पहले ही घोषित की जा चुकी थी, जो कि सामान्य श्रेणी के लिए विषयवार 10 प्रतिशत और औसतन 35 प्रतिशत, साथ ही ओबीसी और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 9 प्रतिशत और औसतन 31.5 प्रतिशत था.
इस साल कटऑफ कम आने की संभावना
वहीं एससी और एसटी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए विषयवार 5 प्रतिशत और औसतन 17.5 प्रतिशत था. लेकिन पिछले सालों में भी पूर्व में जारी कटऑफ को कम किया गया था. इस साल भी पिछले साल की तरह कटऑफ कम जाने की सम्भावना है. इसका प्रमुख कारण आईआईटी की सीटों के बढ़ने के साथ-साथ पेपर के डिफिकल्टी लेवल के अनुरूप विद्यार्थियों की संख्या, उस दी गई कट-ऑफफ में नहीं आने के कारण कम होना भी माना जा सकता है, क्योकि आईआईटी की सीटों के अनुपात में ही विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए क्वालीफाई किया जाता है. इस साल जेईई-एडवांस्ड परीक्षा कुल 360 अंकों की हुई थी, जिसमें पेपर-1 एवं पेपर-2 दोनों ही 180 -180 अंकों के थे.
ये भी पढ़ें- Jodhpur: निजी अस्पताल में धरने पर बैठीं विधायक दिव्या मदेरणा, इलाज के नाम पर वसूली का किया विरोध