JEE Advanced 2024 में वेद लाहोटी ने तोड़ा रिकॉर्ड, अपनी सक्सेज का बताया राज
JEE Advanced Topper: जेईई एडवांस्ड ने बीते दिनों रिजल्ट जारी कर दिया है. इस बर कई स्टूडेंट्स ने सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं. वेद लोहाटी ने रिकॉर्ड नंबर हासिल कर ऑल इंडिया टॉपर बने हैं.
JEE Advanced Result 2024: इंसान के लिए असंभव कुछ भी नहीं है. अगर ठान लिया जाए तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. जीवन में लक्ष्य होना चाहिए और वो बड़ा होना चाहिए. इसके बाद मेहनत भी उसी स्तर की होनी चाहिए और अपनी मेहनत पर भरोसा रखें. यह कहना है जेईई एडवांस्ड 2024 ऑल इंडिया टॉपर वेद लाहोटी का.
जेईई एडवांस्ड 2024 में वेद लाहोटी ऑल इंडिया टॉपर हैं और इस परीक्षा में अब तक सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र हैं. वेद ने जेईई एडवांस्ड में रिकॉर्ड ब्रेक करने की जिद ठाने और उसे पूरा करके दिखाया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अगर आपने टारगेट के अनुसार मेहनत की है, तो आपको सफलता भी जरूर मिलेगी. सीखने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस जरुरी है.
जेईई एडवांस्ड में हासिल किए रिकॉर्ड नंबर
वेद लाहोटी ने जेईई एडवांस्ड में आल इंडिया रैंक 1 हासिल किया है. उन्होंने इस परीक्षा में कुल 360 अंकों में से 352 अंक प्राप्त कर अब तक के सर्वाधिक प्राप्तांक के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. वह पिछले सात सालों से क्लासरूम स्टूडेंट है. जेईई एडवांस्ड को अपना जुनून और लक्ष्य बनाने वाले वेद ने अभी तक यह भी नहीं तय कर पाए हैं कि आगे किस इंस्टीट्यूट में और कौन सी ब्रांच में कॅरियर बनाना है.
वेद लाहोटी का शुमार स्कूल से ही मेधावी छात्रों में होता रहा है. उन्होंने कक्षा 10वीं में 98.6 फीसदी और कक्षा 12वीं में 97.6 फीसदी नंबर हासिल किया. जेईई मेंस 2024 में 300 में से 295 अंकों के साथ आल इंडिया रैंक 119 हासिल किया. वेद हर बात का तार्किक जवाब देने में विश्वास रखते हैं.
'स्कूल में नंबर कम आने पर...'
बचपन में स्कूल में किसी सब्जेक्ट में नंबर कम आने पर अपने नाना को लेकर स्कूल चले जाते थे और टीचर्स से पूछते थे कि नंबर कम क्यों आए? यह जुनून आज भी कायम है. जेईई एडवांस्ड में दो सवाल गलत हुए हैं और इसके लिए भी वेद ने चैलेंज किया है कि ये कैसे गलत हुआ.
परिवार में नाना आरसी सोमानी रिटायर्ड इंजीनियर हैं. मां जया लाहोटी गृहिणी हैं और पिता योगेश लाहोटी रिलायंस जीओ में कंस्ट्रक्शन मैनेजर हैं. वेद लाहोटी की फैमिली एजुकेशन को लेकर काफी जागरूक है.
वेद टीचर्स की आज्ञा का करते हैं पालन
वेद लाहोटी का शुमार पढ़ाकू स्टूडेंट्स में होती है. वह खाना खाते हुए और अपने खाली समय में कुछ न कुछ पढ़ते रहना पसंद करते हैं. इसके अलावा उन्हें नए-नए विषयों के बारे में जानने में बहुत रूचि है. वेद लाहोटी स्मार्ट वर्क में विश्वास रखते हैं. अपने टीचर्स की आज्ञा का पालन करते हैं.
टीचर्स के बताए अनुसार पढ़ते हैं. टीचर्स जिस टॉपिक को जितना पढ़ने के लिए कहते हैं, उतना ही पढ़ते हैं. इसके पीछे उद्देश्य यह है कि अनावश्यक मेहनत नहीं हो. अगर वेद को टीचर्स प्रैक्टिस के लिए कहते हैं तो वह प्रैक्टिस ही करते हैं.
पूरी नींद लेने से नहीं करते कम्प्रोमाइज
वेद का पसंदीदा सब्जेक्ट मैथ्स है. उन्हें मैथ्स के सवाल हल करना बहुत पसंद है. यही वजह है कि फिजिक्स के सवालों को भी पूरा समय देते हैं. इसके बाद दूसरे सब्जेक्टस को भी पढ़ते हैं. अभी तक पढ़ाई का कोई शेड्यूल तय नहीं है. क्लास के मुताबिक ही अपने पढ़ाई का शेड्युल तय करते हैं.
वेद 8 घंटे की नींद लेने से कभी कम्प्रोमाइज नहीं करते. नियमित दिनचर्या को फॉलो करने की कोशिश करते है. वेद को चेस और क्रिकेट खेलने का शौक है, लेकिन इसके लिए कभी स्कूल या डिस्ट्रिक्ट लेवल की टीम में भाग नहीं लिया.
इसके अलावा पढ़ाई का शौक है. वेद को जब भी समय मिलता है, वह कुछ न कुछ पढ़ते रहते है और नए विषयों के बारे में सीखने और जानने की कोशिश करते हैं. वेद को टीवी देखना और फिल्म देखना बिल्कुल पसंद नहीं है.
मां और नाना हैं रियल मोटिवेशन
वेद के लिए उनकी मां जया लाहोटी और उनके नाना आरसी सोमानी रियल मोटिवेशन हैं. जब भी किसी परेशानी में होते हैं, तो समस्या के निवारण के लिए उनसे बात करते हैं. अपने होम टाउन इंदौर में रहने के दौरान वह नाना के साथ रहते थे, तो कोटा में पढ़ाई के दौरान मम्मी ने पूरा साथ दिया. परीक्षा के दौरान भी मां पूरी तरह साथ रही और मोटिवेट करती रहीं.
कोटा का माहौल और टीचर सफलता में अहम रोल
वेद कोटा में पढ़ना चाहते थे. कक्षा 10वीं पास करने के बाद कोटा जाकर तैयारी करनी है, यह तय कर लिया था. कोटा के बारे में बहुत सुना हुआ था. कोटा का कॉम्पीटिशन और यहां की पढ़ाई के बारे में वेद को जानने की बहुत इच्छा थी.
इसे देखते हुए ही कोटा में पढ़ाई शुरू की. कोटा में जो सुना था उससे भी अच्छा पाया. यहां का माहौल, सुविधाएं और फैकल्टी का स्तर बहुत अलग पाया. वेद इसे अपना लक्ष्य पूरा करने में सबसे बड़ी कड़ी मानते हैं.
दोस्तों से मिला टफ कंप्टीशन
वेद को अपने बैच में टफ कंप्टीशन मिला. उनके साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का स्तर भी वेद के स्तर का था. टेस्ट में एक-एक अंक को लेकर दोस्तों में कंप्टीशन होता था. क्लास में भी डाउट्स को लेकर बहुत अच्छे डिस्कशन होते थे. यही कारण है कि टॉपिक क्लीयर होते चले गए और सब्जेक्ट में पकड़ मजबूत हो गई.
वेद का एकेडमिक कॅरियर
वेद लाहोटी का कठिन परिश्रम उनके मार्कशीट से ही झलकती है. उन्होंने कक्षा 10वीं में 98.6 फीसदी और कक्षा 12वीं में 97.6 फीसदी नंबर हासिल किए हैं. जेईई मेंस 2024 में 300 में से 295 अंकों के साथ आल इंडिया रैंक 119 प्राप्त की. वेद लाहोटी गिनती स्कूल के अच्छे छात्रों में होती रही है. कक्षा 5वीं और 6वीं में आईएमओ में इंटरनेशन रैंक-2 हासिल किया.
कक्षा 8 में इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलंपियाड में गोल्ड मेडल हासिल किया. इसी तरह आईआईटी कानपुर की टेककृति 2020-21 में रैंक-1 हासिल कर अपने कठिन परिश्रम का लोहा मनवाया. इसके अलावा कई ओलंपियाड के लिए कैंप और फाइनल तक में सेलेक्शन हुआ. टैलेंटेक्स में कक्षा 6 से 10वीं तक फाइनल में रैंक हासिल किया.
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