जेईई-एडवांस्ड के नतीजे 9 जून को आएंगे, कितने मार्क्स पर कौन से आईआईटी में मिल सकता है दाखिला?
Rajasthan News: इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड का परिणाम 9 जून को सुबह 10 बजे जारी किया जाएगा. आईआईटी मद्रास द्वारा 26 मई को यह परीक्षा 221 शहरों में आयोजित हुई थी.
Kota news: देश की सबसे कठिनतम और प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड का परिणाम 9 जून को सुबह 10 बजे जारी किया जाएगा. आईआईटी मद्रास द्वारा 26 मई को दो पारियों में यह परीक्षा देश के 221 शहरों में आयोजित हुई थी.
परिणाम के साथ-साथ फाइनल आंसर की भी जारी की जाएगी. कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि परिणाम जारी होने के बाद आईआईटी एनआईटी में प्रवेश के लिए होने वाली जोसा काउंसलिंग 10 जून से प्रारम्भ होगी. यह काउंसलिंग 10 जून से 26 जुलाई के मध्य 5 राउंड में होगी.
काउंसलिंग में विद्यार्थियों को 23 आईआईटी, 32 एनआईटी, 26 ट्रिपलआईटी एवं 40 जीएफटीआई सहित 121 कॉलेजों की 600 से अधिक कॉलेजज ब्रांचेज को प्राथमिकता के घटते क्रम में भरना होगा. इस वर्ष पिछले 12 वर्षों के मुकाबले सर्वाधिक 1 लाख 91 हजार विद्यार्थियों ने जेईई-एडवांस्ड परीक्षा के लिए पंजीकरण करवाया था.
किस मार्क्स पर कौन से आईआईटी के किस ब्रांच हो सकता है दाखिला
अमित आहूजा के अनुसार इस वर्ष जेईई-एडवांस्ड परीक्षा कुल 360 अंकों की हुई, जिसमें पेपर-1 एवं पेपर-2 दोनों ही 180-180 अंकों के थे.
ऐसे स्टूडेंट्स जिनके 280 से अधिक मार्क्स है, उन्हें टॉप आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में कम्प्यूटर साइंस मिलने की संभावना है.
विद्यार्थियों की फर्स्ट च्वाइस देखें तो आईआईटी मुम्बई सीएस ब्रांच रहती है,इसके बाद दूसरी प्राथमिकता दिल्ली सीएस को देते हैं. तीसरी प्राथमिकता में कानपुर और मद्रास की कम्प्यूटर साइंस ब्रांच को दी जाती है.
- 280 से 250 मार्क्स के मध्य दिल्ली, कानपुर की एमएनसी, उपरोक्त चारों आईआईटी की इलेक्ट्रीकल, खड़गपुर की सीएस मिल सकती है.
- 250 से 225 मार्क्स के मध्य बीएचयू, रुड़की, हैदराबाद, गुवाहाटी की सीएस, मुम्बई, दिल्ली, कानपुर की कोर ब्रांच मिलने की संभावना है.
- 225 से 170 के मध्य मार्क्स प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को गांधी नगर, इंदौर, रूपड़, मंडी, जोधपुर, धनबाद, पटना, भुवनेश्वर में कम्प्यूटर साइंस एवं मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, खड़गपुर आईआईटी में कम्प्यूटर साइंस के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें मैकेनिकल, कैमिकल, सिविल, एयरोस्पेस, प्रोडक्शन आदि मिलने की संभावना है.
170 से 150 मार्क्स के मध्य रुड़की, गुवाहाटी, खड़गपुर, हैदराबाद, वाराणसी में सिविल, कैमिकल, मेटलर्जी एवं मुम्बई, दिल्ली, कानपुर, मद्रास में लोअर ब्रांचेंज, पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू में सीएस मिलने की संभावना बन सकती है.
150 से 125 के मध्य मार्क्स प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को रोपड़, मंडी, इंदौर, गांधीनगर, जोधपुर, भुवनेश्वर, पटना, धनबाद में कोर ब्रांच के अतिरिक्त अन्य ब्रांचों के साथ-साथ पुराने सात आईआईटी में बॉयलोजिकल साइंस, नेवल आर्किटेक्चर, माइनिंग इंजीनियरिंग, पॉलीमर साइंस, सिरेमिक इंजीनियरिंग जैसी ब्रांचें मिलने की संभावना है.
125 से 110 के मध्य मार्क्स प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को नई आईआईटी जैसे पलक्कड़, तिरुपति, गोवा, धाड़वाड़, भिलाई, जम्मू की अन्य ब्रांचें मिलने की संभावना है.
- उपरोक्त मार्क्स पर आईआईटी की ब्रांच मिलने की संभावनाएं कैटेगरी ओबेसी, ईडब्लूएस, एससी -एसटी के अनुसार परिवर्तित होगी. साथ ही छात्राओं को दिए गए 20 प्रतिशत फी-मेल पूल कोटे से उपरोक्त आईआईटीस में ब्रांच मिलने की संभावनाएं कम मार्क्स तक बन सकती है.
ये भी पढ़ें: 'जज का पद सिविल पोस्ट नहीं', नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका को एमपी HC ने किया खारिज