(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
JEE Mains 2023: 12 शिफ्टों में 20 स्टूडेंट्स को 100 पर्सेन्टाइल स्कोर, कई स्टूडेंट्स के रोके गये परिणाम
January session एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष जेईई-मेन परीक्षा के दो विकल्प हैं. ऐसे विद्यार्थी जिनका जनवरी जेईई-मेन पर्सेन्टाइल 99.5 से अधिक है, उन्हें जेईई-एडवांस्ड की तैयारी करनी चाहिए.
JEE Result: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई-मेन 2023 जनवरी सेशन का परिणाम जारी कर दिया है. 24 जनवरी से 1 फरवरी के बीच बीई-बीटेक के लिए यह परीक्षा 12 शिफ्टों में हुई थी. वहीं बी-आर्के के लिए एक शिफ्ट में परीक्षा हुई थी. जेईई-मेन अप्रैल सेशन की परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सकती है.
शिकायतों पर नहीं मिल रहा रेस्पांस
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि कई स्टूडेंट्स ऐसे सामने आए हैं, जिनके परिणाम रोक लिए हैं. स्टूडेंट्स के हर सब्जेक्ट में आर-एल लिखकर दिया गया है. स्टूडेंट्स और पेरेन्ट्स का कहना है कि एनटीए को मेल कर दिया गया है. फोन के माध्यम से संपर्क भी किया जा रहा है, लेकिन कोई रेस्पोंस नहीं मिल रहा. इसके साथ ही कुछ स्टूडेंट्स की शिकायत है कि उनका एनटीए स्कोर जारी किए गए रिकॉर्डेड रेस्पोंस के प्राप्तांकों से मेल नहीं खा रहा है.
रिकॉर्ड 95.80 प्रतिशत विद्यार्थी शामिल हुए
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार एनटीए द्वारा शुरू की गई जेईई-मेन परीक्षा के इतिहास में इस सेशन में विद्यार्थियों की उपस्थिति सर्वाधिक रही. इस परीक्षा में रजिस्ट्रेशन की तुलना में रिकॉर्ड 95.80 प्रतिशत विद्यार्थी शामिल हुए. इनमें सर्वाधिक 30 जनवरी को 96.31 प्रतिशत विद्यार्थी उपस्थित रहे. 1 फरवरी को 95.12 प्रतिशत विद्यार्थी उपस्थित रहे. 12 शिफ्टों में हुई इस परीक्षा में कुल 20 स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेन्टाइल स्कोर प्राप्त किया, यानी कुछ शिफ्टें ऐसी भी रहीं जिसमें एक से अधिक स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेन्टाइल स्कोर किया.
8 लाख 60 हजार 64 विद्यार्थियों ने करवाया था रजिस्ट्रेशन
इस वर्ष जेईई-मेन जनवरी परीक्षा के लिए कुल 8 लाख 60 हजार 64 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था. इसमें 6 लाख 3 हजार 375 छात्र और 2 लाख 56 हजार 686 छात्राएं थीं. रजिस्टर्ड विद्यार्थियों में से कुल 8 लाख 23 हजार 967 स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए. इनमें 5 लाख 80 हजार 037 छात्र और 2 लाख 43 हजार 928 छात्राएं थीं. परीक्षा में सम्मिलित स्टूडेंट्स में सामान्य श्रेणी के 3,11,539, ईडब्ल्यूएस के 98587, ओबीसी के 366089, एससी के 77368, एसटी के 27483 एवं विकलांग श्रेणी के 2301 शामिल हैं.
विदेशों में भी बनाए गए थे परीक्षा केंद्र
जेईई-मेन जनवरी परीक्षा देश विदेश के 287 शहरों के 574 परीक्षा केन्द्रों पर संपन्न हुई. इनमें 17 परीक्षा केन्द्र विदेशों में भी रहे. विदेशों में मनामा, दोहा, दुबई, काठमांडू, मस्कट, रियाद, शारजहां, सिंगापुर, कुवैत, क्वालांलपुर, लेगास अबुजा, कोलंबो, जकार्ता, मॉस्को, पोर्ट लुइस, बैंकॉक और वाशिंगटन शामिल हैं.
13 भाषाओं में हुई परीक्षा
परीक्षा 13 भाषाओं में हुई. इनमें आसामी, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलगु और उर्दू भाषाएं शामिल हैं. जारी आंकड़ों में कैटेगिरी वाइज और जेंडर वाइस टॉपर्स की सूची भी जारी की गई है.
ये रहे कैटेगरी टॉपर
सामान्य श्रेणी से बिकिना अभिनव चौधरी, ओबीसी से एनके विश्वजीत, ईडब्ल्यूएस से कृष गुप्ता, एससी से देशांक प्रताप सिंह, एसटी से दिव्यरथ थनुज और शारीरिक दिव्यांग कैटेगरी में साहिल अख्तर और छात्रा वर्ग में मिसाला प्रनिथी ने टॉप किया.
किस पर्सेन्टाइल पर कौन से एनआईटी, ट्रिपल आईटी
आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन जनवरी के परिणामों में 7 डेसीमल पर्सेन्टाइल के रूप में जारी किए गए. एनटीए स्कोर पर विद्यार्थियों में अपने-अपने पर्सेन्टाइल स्कोर के आधार मिलने वाले एनआईटीज, ट्रिपलआईटी एवं जीएफटीआई को लेकर उत्सुकता स्पष्ट दिखाई दे रही है. नीचे दी जा रही मिलने वाली कॉलेजों की संभावनाएं कैटेगिरी अनुसार सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, एससी-एसटी के विद्यार्थियों के लिए बदल सकती है.
- जिन छात्रों का रिजल्ट 99 पर्सेन्टाइल से अधिक है, उन्हें शीर्ष एनआईटी जैसे तिरछी, वारंगल, सूरतकल, इलाहाबाद, राउरकेला, कालीकट, जयपुर और कुरूक्षेत्र जैसे एनआईटी और ट्रिपल आईटी इलाहाबाद में कोर ब्रांचेज मिलने की संभावनाएं स्पष्ट बन रही हैं.
- 99 से 98 पर्सेन्टाइल वाले छात्रों को शीर्ष के टॉप 10 एनआईटी की कोर ब्रांच के अतिरिक्त अन्य ब्रांच के साथ-साथ टॉप 10-20 एनआईटी और ट्रिपल आईटी जबलपुर, ग्वालियर, गुवाहाटी, कोटा, लखनऊ में कोर ब्रांच मिलने की संभावनाएं बन सकती हैं. इन एनआईटी में भोपाल, सूरत, नागपुर, जालंधर, दिल्ली, हमीरपुर और दुर्गापुर शामिल हैं.
- 98 से 96 पर्सेन्टाइल स्कोर होने पर टॉप 20 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचेज एवं शेष एनआईटी जिसमें नॉर्थ ईस्ट के एनआईटी के साथ-साथ पटना, रायपुर, अगरतला, श्रीनगर, सिल्चर, उत्तराखंड एनआईटी, बिट्स मिसरा, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़, जेएनयू, हैदराबाद यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों में प्रवेश मिल सकता है. विद्यार्थियों को नए ट्रिपल आईटी वडोदरा, पुणे, सोनीपत, सूरत ,नागपुर, भोपाल, तिरछी, रायचूर, कांचीपुरम, रांची, धारवाड़, अगरतला, कल्याणी की कोर ब्रांचेंज मिलने की संभावनाएं भी रहेंगी.
- 96 से 94 पर्सेन्टाइल स्कोर होने पर टॉप 25 से 31 एनआईटी की कोर ब्रांचों के अतिरिक्त अन्य ब्रांचें एवं जीएफटीआई में प्रवेश मिलने की संभावनाएं बन सकती हैं.
कौन क्या करें
एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष जेईई-मेन परीक्षा देने के दो विकल्प विद्यार्थियों के पास हैं. ऐसे विद्यार्थी जिनका जनवरी जेईई-मेन पर्सेन्टाइल 99.5 से अधिक है, उन्हें जेईई-एडवांस्ड की परीक्षा की तैयारी पूरे फोकस के साथ करनी चाहिए. क्योंकि, उनकी इस पर्सेन्टाइल पर अच्छे एनआईटी में कोर ब्रांचेंज मिलने का विकल्प सुरक्षित हो गया है. 99.5 से 98.5 पर्सेन्टाइल स्कोर के बीच वाले विद्यार्थी सुविधानुसार जेईई-मेन दे सकते हैं या एडवांस्ड की तैयारी में लग जाना चाहिए. ऐसे विद्यार्थी जिनका पर्सेन्टाइल 98.5 से कम है, इन्हें जेईई-मेन, अप्रैल के साथ-साथ एडवांस्ड की तैयारी पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए. यह सुझाव कैटेगिरी के अनुसार बदल सकते हैं.