JEE Mains: एनटीए की ओर से जारी रिकॉर्डस में गड़बड़ियों के आरोप, कोटा में असंतुष्ट छात्र कर रहे ई-मेल
JEE Mains 2023: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के अप्रैल अटेम्प्ट वाले स्टूडेंट्स के प्रश्नपत्र व रिकॉर्डेड रेस्पोंस एवं प्रोविजनल आंसर की जारी किए हैं.
Kota News: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से आयोजित कराई जा रही देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के अप्रैल अटेम्प्ट वाले स्टूडेंट्स के प्रश्नपत्र व रिकॉर्डेड रेस्पोंस एवं प्रोविजनल आंसर की भी जारी कर दी गई है. इसके बाद स्टूडेंट्स ने बड़ी संख्या में प्रोविजनल आंसर की को चैलेंज कर रहे हैं. प्रोविजनल आंसर की को चैलेंज करने के लिए विद्यार्थियों को 21 अप्रैल शाम 5 बजे तक का समय दिया गया है.
एनटीए द्वारा जारी किए गए स्टूडेंट्स के रिकॉर्ड्स में कई कमियां सामने आ रही हैं. इसे लेकर स्टूडेंट्स में असंतोष भी नजर आ रहा है. बहुत से ऐसे विद्यार्थी सामने आ रहे हैं जिनके रिकॉर्डेड रेस्पोंस उनके द्वारा जेईई-मेन अप्रैल अटेम्प्ट के दौरान दिए गए रेस्पांस से मेल नहीं खा रहे हैं. यही नहीं जिन सवालों के रेस्पांस विद्यार्थियों ने दिए हैं, वे ब्लैंक दिखा रहे हैं. इन विद्यार्थियों को समय रहते एनटीए को ई-मेल एवं ट्वीट के माध्यम से अवश्य ही संपर्क करना चाहिए.
इस मार्क्स रेंज पर कौन सी एनआईटी
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन के प्रत्येक सेशन में डिफिकल्टी लेवल थोड़ा अलग-अलग रहता है. ऐसे में विद्यार्थियों को एनआईटी ट्रिपलआईटी में प्रवेश की संभावनाओं को मार्क्स रेंज के आधार पर बताया जा सकता है. जेईई-मेन की परीक्षा 300 अंकों की होती है, यदि विद्यार्थी 240 से 280 के बीच अंक प्राप्त करता है तो उसे शीर्ष एनआईटी तिरछी, वारंगल, सूरत में सीएस मिलने की संभावना बन सकती है. यदि स्टूडेंट्स के 220 से 240 अंक आते हैं तो शीर्ष तीन एनआईटी की सीएस के अलावा अन्य कोर ब्रांचेज एवं इलाहाबाद, जयपुर, कालीकट, राउरकेला एवं ट्रिपलआईटी इलाहाबाद की सीएस प्राप्त कर सकता है. वहीं यदि विद्यार्थी 180 से 220 अंक लाता है तो उपरोक्त 7 एनआईटी की अन्य ब्रांचों के साथ-साथ भोपाल, कुरूक्षेत्र, सूरत, नागपुर, दिल्ली की सीएस कोर ब्रांचें एवं ट्रिपल आईटी जबलपुर, ग्वालियर, लखनऊ, गुवाहाटी की कोर ब्रांच प्राप्त कर सकता है. विद्यार्थी 150 से 180 के मध्य अंक लाने पर भोपाल, कुरूक्षेत्र, सूरत, नागपुर, दिल्ली की अन्य ब्रांचों के साथ एनआईटी जालंधर, हमीरपुर, दुगार्पुर, जमशेदपुर, शिबपुर, पटना, रायपुर, गोवा, सिल्चर की कोर ब्रांच एवं ट्रिपलआईटी वडोदरा, पुणे, सोनीपत, सूरत, नागपुर, भोपाल, तिरछी, रायपुर, कांचीपुरम, रांची, धारवाड़, अगरतला, कल्याणी में प्रवेश ले सकता है.
100 से 150 अंकों पर यह रहेगी संभावना
ऐसे स्टूडेंट्स जो 130 से 150 अंक प्राप्त करते हैं, उन्हें उपरोक्त एनआईटी की कोर ब्रांच के अतिरिक्त एनआईटी आंध्रप्रदेश ,श्रीनगर, उत्तराखंड, पुडेचेरी ,नॉर्थ इस्ट के एनआईटी मणिपुर, सिक्किम, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड आदि की कोर ब्रांच के साथ-साथ अन्य नए ट्रिपल आईटी में प्रवेश मिल सकता है. 100 से 130 अंक आने पर जीएफटीआई की कोर ब्रांच में प्रवेश मिलने की संभावना रहती है. हालांकि दी गई मार्क्स रैंज कैटेगिरी अनुसार भी परिवर्तित होगी. साथ ही जेईई-मेन पेपर के डिफिकल्टी लेवल में परिवर्तन होने पर उपरोक्त मार्क्स रैंज में 15 से 20 नम्बर का परिवर्तन हायर एवं लोअर साइड संभव है.
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