Rajasthan News: झालावाड़ में ऐसा क्या हुआ कि नाबालिग की अस्थियां लेकर SP के पास पहुंच गए परिजन?
Jhalawar Police: लड़की के चाचा ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा नामजद मामला दर्ज करवाए जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. ऐसे में वह झालावाड़ एसपी से मिलकर अपनी व्यथा बताने आए हैं.
Jhalawar Crime: राजस्थान के कोटा (Kota) संभाग के झालावाड़ जिले के हरिगढ़ (Harigarh) क्षेत्र में 7 मार्च को दुष्कर्म के बाद किशोरी के आत्महत्या (Suicide) करने के मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए उसके परिजन मृतका की अस्थियां व राख लेकर झालावाड़ (Jhalawar SP) के एसपी पहुंचे. इसकी जानकारी मिलते ही कार्यालय में हड़कम्प मच गया. एसपी कार्यालय के बाहर उस वक्त हर कोई अचंभित रह गया जब एक परिवार के लोग वहां बैठकर विलाप करते हुए नजर आए. वे मरने वाली किशोरी की अस्थियां व राख भी अपने सामने रखे हुए थे.
नहीं हो सकी एसपी से मुलाकात
हालांकि, उस समय कार्यालय में एसपी नहीं थे. इस कारण उनकी मुलाकात एसपी से नहीं हो सकी. इसे बाद परिजनों ने परिवाद शाखा में परिवाद देकर न्याय की गुहार लगाई. उन्होंने किशारी की हत्या से पहले उसके साथ दुष्कर्म करने समेत कई अन्य आरोप भी लगाए हैं.त्
परिजनों का आरोप, तीन लोगों ने किया अपहरण
मृतक किशोरी के चाचा ने बताया कि उन्होंने झालावाड़ के पनवाड़ थाने में सात मार्च को तीन आरोपियों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया था कि गत सात मार्च को दोपहर 2 बजे उसकी नाबालिग भतीजी का तीन जनों ने अपहरण कर लिया था. उसके बाद नाबालिग को शराब पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. उसके साथ मारपीट भी की गई.
जब परिजनों को मामले की सूचना मिली तो वह किशोरी को ढूंढते हुए मौके पर पहुंचे, जहां से वह उसको बमुश्किल ला रहे थे. इस दौरान आरोपियों के परिजनों ने दोबारा उसे छुड़ाकर अपने घर रास्ते में रोक लिया और किशोरी व उनके साथ मारपीट की. वहां से किशोरी भाग कर अपने घर चली गई और पीछे से परिजन भी जब घर पहुंचे तब उन्हें घर में किशोरी का शव फंदे पर लटका हुआ मिला.
चाचा ने कहा, न्याय मिलने तक नहीं करेंगे विसर्जन
लड़की के चाचा ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा नामजद मामला दर्ज करवाए जाने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. ऐसे में वह झालावाड़ एसपी से मिलकर अपनी व्यथा बताने आए हैं. लेकिन, उनके कार्यालय में नहीं होने के चलते उन्होंने परिवाद शाखा में परिवाद दिया है. परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके द्वारा दी गई रिपोर्ट नहीं लिखकर अपने हिसाब से रिपोर्ट लिखवाई. परिजनों ने कहा कि जब तक उनकी बच्ची को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक वह उसकी अस्थियां विसर्जित नहीं करेंगे.
मामले की चल रही है जांच-थानाधिकारी
इस मामले में पनवाड के थानाधिकारी अजीत सिंह का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है. इन लोगों ने जो रिपोर्ट दी है, उस आधार पर उचित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज का आरोपियों को डिटेन कर लिया गया है.
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