Jhunjhunu Crime News: आजकल के कुछ युवा लोगो के सामने इंप्रेशन जमाने के लिए किसी भी तरह का फरेब करने से नहीं चुक रहे. एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे. एक युवक अपनी गर्लफ्रेंड के सामने अपना झूठा इंप्रेशन जमाने के लिए डीएसपी बनकर इंप्रेस करने के जुगाड़ में था, लेकिन झूठ का ऐसा पर्दाफाश हुआ कि उसकी गर्लफ्रेंड ही नहीं पूरी दुनिया को पता चल गया कि वह कोई डीएसपी नहीं है. प्रेमी युवक हवालात पहुंच गया. 


यह मामला राजस्थान के झुंझुनू जिले का है, जहां एक फर्जी पुलिस डिप्टी एसपी की वर्दी के साथ युवक को गिरफ्तार किया गया है. झुंझुनू शहर के रोडवेज बस स्टैंड के पास पार्क में बिना नंबर बाइक के साथ युवक बैठा था. पुलिस ने संदिग्ध युवक के सामान और बाइक की तलाशी ली तो उसके बैग से डिप्टी की वर्दी मिली जिसे देखकर एक बार तो पुलिस भी चौंक गई. इस संबंध में पुलिस ने आरोपी युवक से पूछताछ की तो वो कोई संतोषनक जवाब नहीं दे पाया आरोपी युवक बाकरा गांव का रहने वाला है.


पुलिस का स्टीकर और बत्ती बाइक पर लगाई
कोतवाली थाना ASI मुलायम सिंह मैं  को इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पकड़ा गया युवक अपनी गर्लफ्रेंड पर इंप्रेशन जमाने के लिए निशांत (24 वर्षीय) पुत्र राजेंद्र मील डीएसपी की वर्दी पहनकर शहर में घूम रहा था. मंगलवार की शाम करीब 6:00 बजे एक पार्क के पास बाइक पर खड़ा होकर किसी का इंतजार कर रहा था. 


बाइक पर पुलिस का स्टीकर और बत्ती लगी देखकर किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. सूचना मिलते ही गश्त कर रहे हेड कांस्टेबल धर्मपाल मौके पर पहुंचे. पुलिस को देखकर युवक भागने लगा लेकिन उसे पकड़ लिया गया. पूछताछ में उसने बताया कि वह गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने के लिए डीएसपी की वर्दी लेकर आया था. 


वर्दी पर पहने थे काले रंग के जूते
युवक को कोतवाली थाना ले जाया गया आरोपी युवक की बाइक के भी कागजात नहीं होने के चलते पुलिस ने बाइक को भी जप्त कर लिया है. पुलिस ने बताया कि युवक को शांति भंग में गिरफ्तार किया गया है. इस मामले की आगे पूछताछ की जा रही है.


पुलिस ने बताया कि एक युवक फर्जी डीएसपी बनकर घूम रहा था. जिसका नाम निशात है. वो पुलिस के नियम नहीं जानने की वजह से पकड़ा गया. उसने वर्दी पर काले रंग के जूते पहन रखे थे. जबकि अधिकारी लेवल के जूते लाल रंग के होते हैं. उसमें आरपीएस की जगह राजस्थान पुलिस लिखा रखा था. 


वर्दी पर 3 स्टार लगा रखा था. बाइक पर भी पुलिस का स्टीकर लगाया हुआ था, जिसके कारण पुलिस को उस पर शक हुआ.


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