Jai Narain Vyas University Student Election: जोधपुर जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में चुनाव अधिसूचना जारी होते ही छात्र संगठनों ने विचार विमर्श के बाद प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. मंगलवार को छात्र संगठन एनएसयूआई और एबीवीपी ने अपने अपने अध्यक्ष पद प्रत्याशी घोषित किए हैं. वहीं एबीवीपी के संयुक्त महासचिव प्रत्याशी और एसएफआई के महासचिव प्रत्याशी की भी घोषणा हो गई है. जेएनवीयू के छात्रसंघ चुनाव में दोनों छात्र संगठन अधिकांश बार जाट अथवा राजपूत समाज के छात्र नेता को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित करती हैं. अधिकांश बार दोनों संगठनों से अलग-अलग जाति के प्रत्याशी होते हैं, 


लेकिन इस बार दोनों छात्र संगठनों ने एक ही जाति के स्टूडेंट को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया है. ऐसे में चुनावों में जातिगत समीकरणों पर विशेष नजर रहेगी. वहीं एसएफआई की ओर से प्रत्याशी की घोषणा अभी बाकी है. 


Tina Dabi News: जैसलमेर की डीएम टीना डाबी के नाम से ठगी की कोशिश, इस वजह से अपने मकसद में फेल हुआ आरोपी, हुआ गिरफ्तार


ABVP ने इन्हें बनाया प्रत्याशी
छात्र संगठन एबीवीपी ने मंगलवार को चुनाव समिति की बैठक बुलाई. बैठक में प्रदेश मंत्री अविनाश घराने m.a. सेकंड सेमेस्टर के स्टूडेंट राजवीर सिंह माता को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया मुकेश बिश्नोई को संयुक्त महासचिव का उम्मीदवार बनाया है.


NSUI ने इन्हें चुना प्रत्याशी
छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रत्याशी के नाम पर मंथन शुरू हुआ. जिसमें एनएसयूआई जिला अध्यक्ष दिलीप चौधरी ने बताया कि राजस्थान के प्रभारी गुरजोत सिद्धू ने राजस्थानी के स्टूडेंट हरेंद्र चौधरी को अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया है


एनएसयूआई में प्रत्याशी को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ नाम
एनएसयूआई ने अन्य पदों के उम्मीदवारों के पदों के प्रत्याशियों के नाम अभी घोषित नहीं किए हैं. इससे पहले दोपहर में सोशल मीडिया पर मैसेज चलना शुरू हुए और थोड़ी देर में छात्र नेता अरविंद सिंह भाटी को एनएसयूआई के प्रत्याशी बनाए जाने का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. जिसे एनएसयूआई ने खारिज कर दिया.


निर्दलीय प्रत्याशी बन चुका है छात्रसंघ अध्यक्ष 
छात्रसंघ अध्यक्ष चुनाव में 3 साल पहले हुए चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी छात्रसंघ अध्यक्ष बना था. रविंद्र सिंह भाटी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एनएसयूआई के हनुमान तरड़ व एबीवीपी के त्रिवेंद्र पाल सिंह को हराया था.


Rajasthan News: मंदिरों में भगदड़ के दौरान हो रही मौतें से सरकारें नहीं ले रहीं कोई सबक, आंकड़ों की जुबानी जानें हकीकत