Jodhpur News: देश में तेज गर्मी का कहर जारी है. गर्मी के चलते सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं. गर्मियों के दिनों में हरी सब्जी की उपज कम होती है. जिसके कारण बाजार में हरी सब्जियां महंगी बिकती हैं. लेकिन इस बार डीजल की कीमत भी लगातार बढ़ने से सब्जियों की ट्रांसपोर्टेशन पर भी काफी प्रभाव पड़ा है. 


आम आदमी के लिए सब्जी खरीदना हुआ मुश्किल


बता दे कि सबसे ज्यादा तेजी हरी सब्जियों सहित नींबू में देखने को मिल रही है. जोधपुर के बाजार में फल-सब्जियों के दाम में आए उछाल ने लोगों को हैरत में डाल दिया है. गर्मी के मौसम में अमूमन सब्जियों के दाम में थोड़ी तेजी हर साल देखने को मिलती है, लेकिन इस बार अचानक आए उछाल ने लोगों को चौंका दिया है. जोधपुर की सब्जी मंडी और बाजारों में सब्जियों के दाम सुनने से ही आम आदमी को झटका लग रहा है. साथ ही यहां मंडी और बाजार की सब्जियों की कीमत में काफी फर्क भी दिख रहा है.


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मंडी में व्यापारियों की बढ़ी परेशानी


वहीं कि मंडी में सब्जियों के होलसेल व्यापारी व रिटेल की दुकान वालों का कहना है कि सब्जियों की आवक कम होने काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. गर्मियों के मौसम में सब्जियां बहुत जल्दी खराब हो जाती है. ऐसे में हमें अपना मार्जिन उसके अनुसार तय करना पड़ता है. इस कारण मंडी व खुदरा दाम में अंतर अधिक रखना पड़ रहा है.


यहां देखें हरी सब्जी के दाम -


गुंदे केरी -100-150 किलो


भिंडी -100-120 किलो


गवार फली-120 -150किलो


तोरी-60-80 किलो


लौकी-60-80 किलो


निम्बू-300-360 किलो


शिमला मिर्च-120-150 किलो


हरा धनिया 150 -170 किलो


हरी मिर्ची-60-80 किलो


टमाटर-60-80 किलो


टिंडा-80-100 किलो


सूखी सब्जी खाने को मजबूर लोग


वहीं मंडी में पेढ़ी लगाने वालों का कहना है कि दाम बढ़ने के कारण ग्राहकी प्रभावित हो रही है. पहले की अपेक्षा सब्जी कम बिक रही है. इतनी महंगी सब्जी खाने के बजाय लोग घरेलू सूखी सब्जियों को आजमा रहे हैं. सब्जी नहीं बिकने के कारण गर्मी में खराब होने के कारण भी दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.


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