Jodhpur News: जोधपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को एक लिखित शिकायत मिली थी. इसपर अधिकारी कैलाशचन्द्र बिश्नोई, उप महानिरीक्षक पुलिस भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर के सुपरविजन में एक टीम बनाई गई. दुर्गसिंह राजपुरोहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. सरकारी विभाग के ठेके के काम की सिक्योरिटी राशि रिलीज करने के नाम पर रिश्वत मांगी गई थी. आज 20 हजार की रिश्वत लेते हुए सहायक अभियंता को रंगे हाथों एसीबी की टीम ने दबोच लिया है. वहीं अकाउंटेंट फरार चल रहा है.


अकाउंटेंट फरार चल रहा है

 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में राजू सिंह नाम के ठेकेदार ने लिखित शिकायत दी थी. उसने बताया कि वर्ष 2015 में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जिला जालौर के वर्क आर्डर ईई/एमएच/जालोर/35/2014-15 जालौर पाथोडी जिला जालौर में आवासीय क्वार्टर क्षेत्र में बनाए गए थे. जिसका अंतिम बिल पेश करके कार्य की एनओसी प्राप्त कर ली गई थी. उस कार्य के टेंडर में करीब 85 लाख रुपय का काम था. जिसमें से करीब 65 लाख रूपये का कार्य करवाया गया था.

उसके बाद वर्ष 2017 में कार्य पूरा करवाया गया. लागत राशि के बिल पास करवाए गए. उसके बाद टेंडर के कार्य राशि का 10 फीसदी सिक्योरिटी डिपॉजिट एसडी करीब साढ़े 6 लाख 50 हजार रूपये विभाग में जमा थे. एसडी को रिलीज करने के नाम पर सहायक अभियंता सुनील माथुर ने 20 हजार रूपये की डिमांड रखी. उसमें 15000 हजार स्वयं खुद के और 5000 हजार अकाउंटेंट कुंदन सुथार के लिए मांगे थे. वहीं अकाउंटेंट कुंदन सुथार अभी फरार है. कार्यालय में लगे संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर को लिस्ट ऑफ किया गया है. अब उससे पूछताछ चल रही है. आगे की कार्रवाई जारी है.


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