Jodhpur Baboon Rescued: जोधपुर वन्य जीव संरक्षण के लिए रेस्क्यू टीम चौबीसों घंटे तैयार रहती है. कोई भी जानवर हो, सूचना मिलते ही तुरंत उसे रेस्क्यू कर वेस्ट सेंट्रल लाया जाता है और उपचार शुरू किया जाता है. गंभीर से गंभीर बीमारी होने पर भी जानवरों को उपचार देने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ते. वहीं बीते दिन फंगल इंफेक्शन के चलते एक बंदर घायल अवस्था में सड़क पर गिरे पड़े होने की सूचना मिलते हैं जोधपुर वन्य जीव उड़नदस्ता महामंदिर क्षेत्र में पहुंचा, जहां से एक घायल बीमार लंगूर का सफल रेस्क्यू किया गया. उसे उपचार के लिए माचिया जैविक उद्यान के अंदर बने वन्यजीव उपचार केंद्र लाया गया, जहां उसका उपचार शुरू किया गया है.
2-3 सप्ताह में ठीक हो जाएगा लंगूर
रेस्क्यू सेंटर में लंगूर के प्राथमिक उपचार के लिए वरिष्ठ चिकित्सक डॉ ज्ञान प्रकाश ने स्वास्थ्य परीक्षण किया तो पाया कि वह डरमेटोफाइटोसिस नामक चर्म रोग से ग्रसित है. फंगल इंफेक्शन से लंगूर के हाथ और पैरों पर काफी मात्रा में फंगल ग्रोथ हो चुका है, इसके उपचार के लिए रेस्क्यू सेंटर के सहयोगी श्रीलाल, भवानी सिंह व राजेंद्र के सहयोग से लंगूर को गुनगुने पानी से एंटीफंगल शैंपू डाल कर नहलाया गया. उसके बाद अतिरिक्त उपचार के रूप में एंटीबायोटिक इंजेक्शन दिए गए और खाने के साथ एंटी-फंगल दवाईयां मिला कर दी गईं. जानकारी के मुताबकि लंगूर के उपचार में 2-3 सप्ताह का समय लगेगा.
रेस्क्यू सेंटर माचिया सफारी पार्क के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ ज्ञान प्रकाश ने बताया कि लगभग 2 से 3 हफ्ते में पूर्ण रूप से ठीक हो जाएगा. पूरी जांच करने के बाद इस लंगूर को पुणे छोड़ दिया जाएगा, जिससे वह अपना जीवन जी सके.
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