Traffic Rules: राजस्थान का दूसरा बड़े शहर जोधपुर की सड़कों से आप पैदल गुजर रहे हैं तो, ट्रैफिक नियमों के तहत आप जेब्रा लाइन क्रॉस करके दूसरी सड़क तक नहीं पहुंच पाएंगे. जोधपुर में जेब्रा लाइन का जबरा अंदाज आज हम आपको दिखाने जा रहे हैं, जिसे देखकर आप भी चौंक जाएंगे. शहर की सड़कों पर पैदल चलने वाले लोगों के लिए जेब्रा क्रॉसिंग तो बनाई गई है, लेकिन इनसे सड़क पार करना किसी चुनौती से कम नहीं हैं.


जोधपुर में ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सड़कों पर बनाई गई इन क्रॉसिंग पर अधिकतर जगहों पर ट्रैफिक रोकने के लिए लाइटें लगाई गई हैं. किसी चौक-चौराहे पर लाइटें लगी भी हैं तो, वहां रेड सिग्नल होते ही वाहन चालक अपनी गाड़ियों को जेब्रा क्रॉसिंग पर रोक देते हैं, इस कारण लोगों को मजबूरन गाड़ियों के बीच से गुजरना पड़ता है, जिससे उनकी जान अटकी रहती है.


शहर में वाहनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए और यातायात को सुचारु बनाने के लिए ट्रैफिक लाइटें लगाई गई थीं. पहले तो पैदल चलने वाले लोगों को पूरी तरह से ही नजरअंदाज कर दिया गया था, लेकिन बाद में उनकी सड़क पार करने में मुश्किल को देखते हुए जेब्रा क्रॉसिंग कुछ जगहों पर बना दी गई. वहां पर लोगों की क्रॉसिंग कैसे होगी, इसका पूरा ख्याल नहीं रखा गया. आलम यह है कि रेड सिग्नल होने पर वाहन चालक जेब्रा क्रॉसिंग पर गाड़ियों को खड़ा कर देते हैं, जबकि पैदल चलने वाले लोगों को ट्रैफिक के बीच से ही गुजरना पड़ता है. जेब्रा लाइन एक सड़क से दूसरे सड़क क्रॉस करने के बीच में बड़ी-बड़ी रेलिंग लगाई गई है जिसे क्रॉस करना आम आदमी के बस की बात नहीं है.


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ट्रैफिक एडवाइजर भी जेब्रा लाइन देखकर चौंके
राज्य सरकार के अधिकृत ट्रैफिक एडवाइजर रतन महेश्वरी ने मौके पर आकर जेब्रा लाइन को देखा तो वह भी चौंक गए, क्योंकि उनके सामने यह दुविधा थी कि वह जेब्रा लाइन क्रॉस करके इस सड़क को कैसे पार करें. उनके सामने बड़ी लोहे की रेलिंगें लगी हुई थीं. ऐसे में उनका मानना है कि जो यह जेब्रा लाइन बनाई गई है, इसको नजरअंदाज किया गया है. इसमें सुधार करना जरूरी है. ट्रैफिक इंस्पेक्टर गिरधारी सिंह मौके पर ट्रैफिक व्यवस्था को संभाल रहे थे. वह भी एक बार चौक गए कि आखिर जेब्रा लाइन से गुजरने के लिए पैदल यात्रियों के लिए किसी तरह की सुविधा नहीं है, क्योंकि सामने लोहे की बड़ी-बड़ी रेलिंग लगी हुई है.


क्या है नियम?
रेड सिग्नल होने पर वाहन चालकों को अपने वाहन सड़क पर बनी पीले रंग की पट्टी के पीछे खड़े करने होते हैं. उस पट्टी के आगे जेब्रा क्रॉसिंग बनाई जाती है, ताकि पैदल लोग उससे पार जा सकें. लेकिन अकसर देखा गया है कि वाहन चालक पीली पट्टी को पार कर जेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन खड़े कर देते हैं. पीली पट्टी से आगे वाहन खड़ा करने पर रेड सिग्नल जंप करने का जुर्माना भी किया जा सकता है, लेकिन जोधपुर ट्रैफिक पुलिस अब तक इसे कड़ाई से लागू नहीं कर पाई है.


पैदल चलने का सिग्नल भी होना चाहिए
जेब्रा क्रॉसिंग के दोनों ओर पैदल चलने का सिग्नल देने वाली लाइटें भी होनी चाहिए, ताकि सड़क पार करने वाले लोगों को पता चल सके कि वे अब सुरक्षित पार हो सकते हैं. मगर जोधपुर में कहीं भी ऐसी लाइटें नहीं लग पाई हैं, जिस कारण लोग भी पशोपेश में रहते हैं कि वे सड़क पार करें या न करें. शहर के बिक्रम चौक, मेन स्टाप, कांवेंट स्कूल कैंटोनमेंट गेट स्टाप, जम्मू विवि रोड, पनामा चौक, सतवारी चौक आदि ऐसे व्यस्त मार्ग है जहां जेब्रा क्रॉसिंग पार करते समय हमेशा खतरा बना रहता है.


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