Rajasthan: जोधपुर का बेंतमार घिंगा गवार मेला, यहां महिलाओं के बेंत से पीटते ही हो जाती है शादी- जानें क्या है खास
जोधपुर में गणगौर के 6 दिन बाद धींगा गवर का बेंतमार मेला निकलता है. रात में महिलाएं सज धज कर हाथों में बेंत लेकर निकलती हैं और जिस पुरुष की उस बेंत से पिटाई होती है उसकी शादी जल्दी हो जाती है.
Jodhpur Modi Brigade: जोधपुर शहर में गणगौर पूजन के साथ ही कई अलग-अलग मेलों का आयोजन होता है. गणगौर पूजन के 6 दिन बाद धींगा गवर का बेंतमार मेला रात को निकलता है. रात को जोधपुर की सड़कों पर महिलाओं का राज रहता है. महिलाएं सज धज कर स्वांग रच कर सड़कों पर निकलती हैं. महिलाओं के हाथो में डंडा(छड़ी) होता है. अगर कोई भी लड़का या पुरुष उनके सामने आता है तो उसकी डंडे से जमकर पिटाई की जाती है. इसके पीछे एक मान्यता भी है कि अगर कुंवारा लड़का इस रात को किसी भी महिला के हाथ से डंडे से पीट जाता है. तो उसकी शादी हो जाती है.
जोधपुर शहर में यह बेंतमार मेंला परंपरागत और संस्कृति से जुड़ा हुआ है. जो पिछले कई सालों से लगातार जारी है. लेकिन अब मनचलों की हरकतें बढ़ती जा रही हैं. मनचलों को सबक सिखाने के लिए अब महिलाओं ने मोदी ब्रिगेड बनाई है. इस ब्रिगेड में करीब 6 महिलाएं शामिल हैंं, जो मनचलों को सबक सिखाने का काम करेंगी. मोदी ब्रिगेड में बुजुर्ग महिलाएं, घरेलू महिलाएं और लड़कियां शामिल हैं. ये मेले के आयोजन के दौरान मनचलों पर नजरें बनाकर रखेंगी और मनचलों की गलत हरकत का तुरंत पकड़कर जवाब देने के लिए तैयार रहेंगी.
पीएम से प्रेरणा लेकर बनाई मोदी ब्रिगेड
जोधपुर के भीतरी शहर में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से महिलाओं ने मोदी ब्रिगेड बनाई है. एबीपी न्यूज़ ने इस ब्रिगेड से जुड़ी महिलाएं प्रेमलता व्यास, कामिनी, सुमन, पूजा सहित अन्य मोदी ब्रिगेड से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि जब भी हमारे शहर में इस तरह के मेले का आयोजन होता है, तो उस दौरान दूरदराज के मनचले रात को शराब पीकर पहुंचते हैं और महिलाओं से बदसलूकी करते हैं. ऐसो को सबक सिखाने के लिए हमने मोदी ब्रिगेड बनाई है. जिस तरह से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की बहन बेटियों के लिए काम कर रहे हैंं और उनकी सुरक्षा करते हैं, उनसे प्रेरणा लेकर हमने मोदी ब्रिगेड बनाई है. इस मेले के आयोजन के दौरान किसी भी तरह के मनचलों की गलत हरकत पर हम उसी वक्त उन्हें सबक सिखाएंगे.
बेंतमार मेला के बारे में जानिए
धींगा गवर की पूजा का समापन पर रतजगा किया जाता है. इस रतजगे की रात में घिंगा गवर (बेंतमार) मेले का आयोजन होता है. रात में जोधपुर की महिलाएं मुखौटे लगाकर अलग-अलग रूप में सज धज कर हाथों में बेंत लेकर निकलती हैं. यहां महिलाएं राजा, रानी, भगवान, शिव, विष्णु, जाट, जाटनी, डॉक्टर, पुलिस और सेठ सहित पीएम मोदी ,राजनेता का भेष बनाकर निकलती है. इस बेंतमार मेले की मान्यता है कि इस मेले में जिस भी अविवाहित पुरुष को इन महिलाओं से बेंत पड़ती है उसकी शादी जल्द ही हो जाती है. इसलिए पुरुष इस उम्मीद के साथ इस मेले में पहुंचते है और बेंत खाते हैं. क्योंकि कहते हैं कि शादी का लड्डू जो खाए वो भी पछताए, जो न खाए वो भी पछताए ऐसा ही है.
बेंत खाने का आनंद लेते हैं पुरुष
बेंतमार के इस मेले में जब महिला स्वांग रचकर सड़क पर निकलती हैं तो उनके सामने जो भी पुरुष आता है वे उन्हे पीटती हैं. महिलाओं की बेंत के आगे हर पुरुष भागता हुआ नजर आता है. इस मेले की सबसे खूबसूरत बात यह है कि कोई भी पुरुष महिलाओं की बात का बुरा नहीं मानता फिर चाहे वह जान पहचान वाला हो या अनजान हो.
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