Jodhpur Violence: राजस्थान में जोधपुर (Jodhpur)  के सूरसागर इलाके में ईदगाह के द्वार के निर्माण को लेकर भड़की सांप्रदायिक हिंसा में दो पुलिस अधिकारियों सहित कई लोग घायल हो गए हैं. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस आयुक्त राजेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार (21 जून) की रात को हुई हिंसा में अब तक 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से दो को जमानत मिल गई. साथ ही छह पुलिस थाना क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.


जोधपुर (पश्चिम) पुलिस उपायुक्त राजेश कुमार यादव ने बताया कि सूरसागर इलाके में राजाराम चौक के पास ईदगाह के पीछे की तरफ द्वार के निर्माण को लेकर शुक्रवार रात झड़प हुई. यहां इलाके के लोग द्वार के निर्माण का विरोध कर रहे हैं. इलाके के लोगों ने ईदगाह के पीछे की ओर द्वार के निर्माण का विरोध करते हुए कहा कि इससे उस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही बढ़ जाएगी.


पुलिस के अनुसार निर्माण काम शुक्रवार शाम को शुरू हुआ था. इसके बाद शुरू हुआ टकराव हिंसक हो गया और पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं. पुलिस आयुक्त ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और पूरे इलाके में पुलिस तैनात कर दी गई है. उन्होंने कहा कि "हमने धारा 144 लागू कर दी है और अब तक 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है."


सूरसागर पुलिस थाना के सब इंस्पेक्टर सुरता राम ने बताया कि उपद्रव और दंगे फैलाने वाले 41 पत्थरबाज दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया था. इन सभी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने क्षेत्र के दो बीमार पार्षदों की जमानत मंजूर की है, बाकि 39 पत्थरबाज दंगाइयों की जमानत नामंजूर करते हुए जेल भेज दिया गया है.

दुकान और गाड़ियों में तोड़ फोड़
पुलिस उपायुक्त ने आगे बताया कि शुक्रवार की रात तनाव बढ़ गया और कुछ लोगों ने पथराव किया, जिसमें दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए. वहीं पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक दुकान और एक ट्रैक्टर को आग लगा दी गई और एक जीप में तोड़फोड़ की गई. इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को वहां से खदेड़ दिया और आंसू गैस के चार-पांच गोले भी छोड़े.


वहीं भीड़ को तितर-बितर करते समय पुलिस को भी पथराव का सामना करना पड़ा, जिससे कुछ समय के लिए पुलिस आगे नहीं बढ़ सकी. पुलिस ने दोनों समुदायों के वरिष्ठ लोगों की मदद से कुछ समय के लिए स्थिति को नियंत्रित कर लिया था, लेकिन अचानक पथराव होने पर स्थिति फिर तनावपूर्ण हो गई. पुलिस के अनुसार, व्यापारियों का मोहल्ला, अंबोन का बाग और सुभाष चौक सहित कई इलाकों के घरों से पथराव किया गया.


पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात
पुलिस उन घरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है, जहां से उस पर पथराव किया गया. शुक्रवार देर रात तक स्थिति पर काबू पा लिया गया, लेकिन इलाके में तनाव बरकरार है. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शनिवार सुबह भी काफी संख्या में पुलिसकर्मी और "राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबुलरी" बल को इलाके में तैनात रखा गया.


पुलिस आयुक्त ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. पुलिस के अनुसार दोनों पक्षों के लोगों को हिरासत में ले लिया गया है और पुलिस टीम अब भी संदिग्धों को पकड़ने के लिए इलाके के घरों में छापेमारी कर रही हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में हिंसा फैलाने, सरकारी काम में बाधा डालने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और दंगा फैलाने समेत कानून के अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है.  



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