Jodhpur Cylinder Blast: गैस सिलेंडर विस्फोट हादसे में मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 30, पीड़ित धरने पर बैठे
Jodhpur Cylinder Blast: पीड़ितों के घरवाले सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे हैं और घायलों को 25 लाख, मृतकों के परिजनों को 50 लाख और सरकारी नौकरी देने की मांग की जा रही है.
Jodhpur Blast Accident: राजस्थान के जोधपुर के शेरगढ़ इलाके में एक शादी समारोह में सिलेंडर ब्लास्ट कर गए थे, जिसमें 53 लोगों के झुलसने की खबर थी. घायलों का इलाज जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में चल रहा है. उपचार के दौरान दम तोड़ने वालों का आंकड़ा डरावना होता जा रहा है. मरने वालों की संख्या 28 हो गई है, जिनमें 11 बच्चे शामिल हैं. अभी भी कई झुलसे हुए मरीजों का इलाज आईसीयू में चल रहा है.
इस हादसे में कई परिवार उजड़ गए. पूरे गांव में मातम और सन्नाटा पसरा हुआ है. रोजाना डेड बॉडी पहुंच रही है. पीड़ितों के समाज और परिवार वालों का सरकार के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है. हॉस्पिटल की मोर्चरी के सामने लोगों ने धरना शुरू कर दिया है, जिसमें घायलों को 25 लाख, मृतकों के परिजनों को 50 लाख और सरकारी नौकरी की मांग की जा रही है.
शेरगढ़ के भूगरा गांव में 8 दिसंबर को तगत सिंह के घर पर शादी समारोह में गैस टंकी लीकेज के बाद एक साथ कई गैस सिलेंडरों में आग लग गई, जिससे बड़ा ब्लास्ट हुआ. बारात रवाना होने वाली थी, उसी समय अचानक यह हादसा हुआ. दूल्हे सहित मां-बाप, बहन और घर में मौजूद मेहमानों समेत 60 से ज्यादा लोग झुलस गए थे. आनन-फानन में कुछ ग्रामीणों ने मदद कर आग पर काबू पाने की कोशिश कर झुलसे हुए लोगों को अस्पताल भिजवाया.
झुलसे हुए घायों में महिलाओं और बच्चों की तादाद ज्यादा थी. 8 दिसंबर के बाद लगातार झुलसे हुए पीड़ितों का दम तोड़ने का सिलसिला जारी है. गुरुवार को मरने वालों की संख्या 28 पहुंच गई है. मानों जैसे अब घरों में कोई रोने वाला ही नहीं बचा है. एक-एक कर के हो रही मौत ने समाज, घरवालों सहित पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है.
जोधपुर के शेरगढ़ के भूंगरा गांव में हुए गैस सिलेंडर ब्लास्ट हादसे के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर पहुंचे थे और अस्पताल में पीड़ितों से मिले थे. हर संभव इलाज का आश्वासन भी दिया था. साथ ही, राजस्थान सरकार की ओर से पीड़ितों को अब तक चिरंजीवी बीमा योजना के तहत 5 लाख रुपये और मुख्यमंत्री रिलीफ फंड से 2 लाख रुपए देने की घोषणा की गई है.
सरकार के विरुद्ध अब लोगों का गुस्सा फूटने लगा है, जिसके चलते मोर्चरी के बाहर पीड़ित के परिवार, समाज और राजनेता भी मुआवजे को बढ़ाने और सरकारी नौकरी की मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं. शेरगढ़ गैस टंकी ब्लास्ट मामले के धरने में शेरगढ़ विधायक मीना कंवर, भोपालगढ़ आरएलपी विधायक पुखराज गर्ग सहित समाज के कई लोग जुटे हुए हैं. विधायक मीना कंवर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पीड़ितों की मदद के लिए स्पेशल पैकेज व अधिकतम मदद की मांग का पत्र भी लिखा हैं.