Pakistani Displaced Family in Jodhpur: पाकिस्तान में प्रताड़ना से तंग आकर बहुत से हिंदू परिवार अपना सब कुछ छोड़-छाड़कर भारत आ गए थे. उन्हें उम्मीद थी कि यहां पर सुरक्षा मिलेगी. वो अपने बच्चों को पढ़ा-लिखा कर भविष्य बनाने भारत आए थे. भारत पहुंचकर उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था.लेकिन उनकी यह खुशी 24 अप्रैल को काफूर हो गई.उनकी बस्ती को जोधपुर विकास प्राधीकरण ने अवैध कब्जा बताते हुए गिरा दिया. उसके बाद से पाकिस्तान से विस्थापित करीब 70 हिंदू परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ खुले में सो रहे हैं.इनमें से ज्यादातर परिवार तीन महीने पहले ही भारत आए थे. 


जोधपुर में कहां खरीदी थी जमीन


इन परिवारों ने जोधपुर में भू माफियाओं को जिंदगी भर की कमाई देकर जोधपुर के राजीव विहार कॉलोनी में जमीन खरीदी. उनको इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह जमीन सरकारी है. हिंदू परिवारों ने जैसी जिनकी हैसियत थी, उस हिसाब से कच्चे और पक्के मकान बनाए. अब इस जमीन पर उनके मकान नहीं दिख रहे हैं, बस दिख रहा हैं तो आंखों में आंसू, बेबसी, बिखरा सामान और बिखरे हुए अरमान.


जोधपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 24 अप्रैल को जमीन पर अपना कब्जा बताते हुए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की. जेडीए ने यहां रह रहे विस्थापित परिवारों को हटा दिया. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान पथराव भी हुआ था. यहां मौजूद छोटे बच्चों और महिलाएं और उनका परिवार गिड़गिड़ाता रहा कि उन्हें इस तरह से बेघर ना किया जाए.लेकिन जेडीए के बुलडोजर ने इन परिवारों के आशियाने जमींदोज कर दिया.


स्थानीय नेतओं और भूमाफिया के शिकार


इन पीड़ित पाक विस्थापित परिवारों ने स्थानीय नेता, दलाल और भू माफियाओं पर लूटने का आरोप लगाया है. इन परिवारों से किसी से दो लाख तो किसी से तीन लाख तो किसी से चार लाख रुपये देकर ये प्लॉट लिए थे. पाकिस्तान से आए हिंदू परिवारों की महिलाओं की आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं. वह एक ही बात कह रहे हैं कि आखिर हमारा कसूर क्या है, हमें वहां पर भी सताया जाता था, लेकिन यहां पर तो हम लोगों को इस तरह से बेघर किया गया है, बच्चों के पीने के लिए पानी नहीं है और सड़क पर हम तीन दिनों से इस तेज गर्मी में रहने को मजबूर हैं. 


इन परिवारों का कहना है कि अचानक से टीम आई उस दौरान घरों में केवल महिलाएं और बच्चे थे. वे रोते-बिलखते रहे पर किसी ने भी उनकी नहीं सुनी. टीम ने बुलडोजर चलकर हमें बेघर कर दिया. हमारे आशियाना को जमींदोज कर दिया.हिंदू पाक विस्थापित परिवारों ने खुद के साथ हुई ठगी को लेकर राजीव गांधी पुलिस थाने में ए आईआर दर्ज करवाई है.


क्या कहना है जोधपुर  विकास प्राधीकरण का


जोधपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी जीडीए के जेडीसी नवनीत कुमार ने पाक विस्थापितों के आरोपों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी आवासीय कॉलोनी पर कब्जा जमाने की सूचना पर कार्रवाई की गई. वहां से अतिक्रमण हटाया गया था. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने से 15 दिन पहले नोटिस दिया गया था. इसमें चेतावनी दी गई थी कि जमीन खाली नहीं करने पर 15 दिन बाद कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि जब कब्जा नहीं हटाया तब अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि अवैध रूप से यहां रह रहे परिवारों के पास भी कोई डॉक्यूमेंट भी नहीं था. उन्होंने बताया कि जिस तरह इन जमीनों को अवैध तरीके से बेचा गया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


ये भी पढ़ें:- Rajasthan: 30 अप्रैल को राजस्थान में होगी वरिष्ठ शारीरिक शिक्षा अध्यापक परीक्षा, एंट्री को लेकर जान लें नियम