Jodhpur Handicraft Fair: राजस्थान के जोधपुर शहर में 'पश्चिमी राजस्थान हस्तशिल्प उद्योग मेले' का आयोजन 7 जनवरी से होना था, लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते उसे निरस्त कर दिया गया. हालांकि इस मेले में खासतौर से बनाया गया डोम आज भी चर्चा का विषय बना हुआ है. ये इतना आकर्षक और खूबसूरत है कि देखकर आपको लगेगा जैसे आप किसी समुद्र के शहर में आ गए हों. समुद्र की इस दुनिया को जाने-माने हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अजय शर्मा और उनकी टीम ने कई महीनों की मेहनत के बाद तैयार किया है.
समुद्र की दुनिया को जीवंत रूप देने के लिए सैकड़ों लोगों ने प्रयास किया है. इस डोम को देख आपको ऐसा एहसास होगा जिसे आप जीवन भर नहीं भूल पाएंगे. 40 फीट ऊंचाई और 100 फीट x 150 फीट की साइज के इस डोम में साउंड एवं लाइट इफेक्ट के माध्यम से समुद्र के नीचे का नजारा बनाया गया है. इस प्रोजेक्ट के माध्यम से स्कूली बच्चे और आम जनता समुद्र के नीचे की दुनिया कैसी होती है, यह देख पाएंगे.
जानें, इसकी खासियत
- जयपुर से 26,000 फीट कपड़ा नीला डाई करवाया गया
- 2 महीने की स्टडी और 100 लोगों की मेहनत से बना है ये सी वर्ल्ड
- 1,100 किलो लोहे के स्क्रैप से बनी है 85 फीट की ब्लू वेल मछली
- 500 किलो की पनडुब्बी स्क्रैप से तैयार की गई
- 400 किलो का डूबा हुआ जहाज लोहे के स्क्रैप से तैयार हुआ
- 2,000 तरह के जलीय जीव बनाए गए फाइबर और थर्माकोल से
- अंडर वाटर प्लांट 1,000 तरह के दिल्ली से मंगवाए गए
- कलकत्ता के कारीगरों ने दिन रात की मेहनत से तरह-तरह के मछलियां बनाईं
- दिल्ली से फाइन आर्ट्स की टीम पिछले 15 दिनों से 3D और ग्राफिटी पेंटिंग कर रही है
- इसके अलावा 22 फीट के 4.5 टन वजन के लोहे के स्क्रैप से महात्मा गांधी की प्रतिमा बनाई गई
- वहीं 34 फीट का कोरोना इंजेक्शन और 12 फीट की 2 वैक्सीन बोतल बनाई गई. जिससे वैक्सीन के प्रति जागरूकता लाई जा सके. ये इंजेक्शन और बोतल भी लोहे के स्क्रैप से बनाई गई है.
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