Rajasthan News: जोधपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से क्लिनिक संचालन की शिकायत पर बड़ा एक्शन लिया. मंगलवार को लूणी खंड के धुंधाड़ा गांव में टीम ने क्लिनिक पर छापेमारी की. छापेमारी करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पाया कि क्लिनिक में मरीजों को ड्रिप लगाई जा रही थी. संचालक क्लिनिक को चलाने की अनुमति से संबंधित कागजात दिखाने की मांग पर पेश नहीं कर सका. कागजात नहीं पेश करने पर टीम ने क्लिनिक को सीज कर दिया.


क्लिनिक की जांच पड़ताल डिप्टी सीएमएचओ के नेतृत्व में की गई. उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जोधपुर ग्रामीण डॉक्टर प्रीतम सिंह सांखला ने बताया कि दो अवैध क्लिनिक संचालित होने की जानकारी मिली थी. डिप्टी सीएमएचओ के नेतृत्व में निरीक्षण करने पहुंची टीम को एक क्लिनिक बंद मिली. दूसरी क्लिनिक अवैध रूप से चलायी जा रही थी. संचालक चालक के पास किसी प्रकार का वैध दस्तावेज नहीं पाया गया. लिहाजा, टीम ने नियमानुसार कार्यवाही करते हुए क्लिनिक को सीज कर दिया.


अवैध रूप से संचालित क्लिनिक पर एक्शन


प्रीतम सिंह सांखला ने बताया कि धुंधाड़ा चौकी में संचालक के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया गया है. स्वास्थ्य विभाग की छापेमरी टीम में लूणी बीसीएमओ डॉ विरंची आचार्य और डॉ भंवर पटेल मौजूद रहे. बता दें कि क्लिनिकल एस्टेबलिशमेंट एक्ट के तहत क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वाले संचालकों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर टेढी हो गई है. क्लिनिक को सीज करने के साथ संचालक पर मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है.


स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले अवैध क्लिनिक पर सख्त एक्शन लेने का निर्देश दिया. जोधपुर स्वास्थ्य विभाग की टीम मंत्री के आदेश पर एक्शन मोड में है. अवैध क्लिनिक और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. 


ये भी पढ़ें-


सिरोही सरकारी मेडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल से MBBS छात्र ने लगाई छलांग, मचा हड़कंप