Rajasthan: IIT जोधपुर ने बनाया अनूठा ड्रोन, इस पक्षी से प्रेरणा लेकर हुआ तैयार, हवा के साथ पानी में भी चल सकेगा
IIT Jodhpur: आईआईटी जोधपुर ने आईआईटी कानपुर और आईआईटी पलक्कड़ के साथ मिलकर एक ऐसा ड्रोन विकसित किया है, जो हवा में उड़ने के साथ पानी की सतह पर तैर सकता है और 8 घंटे तक पानी के अंदर भी रह सकता है.
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Rajasthan News: जोधपुर आईआईटी (IIT) के रिसर्चस ने जमीन हवा और पानी में चलने वाले हाइब्रिड वाहन का प्रोटोटाइप बनाया है. यह हाइब्रिड वाहन जमीन और पानी दोनों पर चल सकते हैं. खासतौर पर समुद्र, नदियों में तेल रिसाव होने पर उसे रोकने का काम करेगा. इसके अलावा पानी के नीचे कटाव और प्रदूषण फैलाव को रोकने में भी कारगर साबित हो सकेगा.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर के प्रोफेसर जयंत कुमार मोहंता ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि इस प्रणाली को पक्षी एन्हिंगास की एक प्रजाति से प्रेरणा लेकर विकसित किया गया है, जो जमीन और पानी के नीचे दोनों पर चलने में सक्षम है. इसके आधार पर रिसर्च टीम ने कई घटकों और वॉटरप्रूफिंग से बना एक 3डी-प्रिंटेड प्रोटोटाइप (3D Printed Prototype) बनाया है. जो रिमोट कंट्रोल (RC) ट्रांसमिशन का उपयोग करके हवाई, पानी की सतह और पानी के नीचे पैंतरेबाज़ी (Maneuvering) के लिए प्रोटोटाइप का परीक्षण किया गया है.
इतने घंटे तक रह सकता है पानी के भीतर
प्रोफेसर जयंत कुमार मोहंता ने बताया कि रोबोटिक्स हाइब्रिड ड्रोन वाहन को कोई भी राडार डिटेक्ट नहीं कर सकता है. यह दुश्मन को चकमा देकर उसके करीब जा सकता है. यह प्रोटोटाइप सतह पर एक जहाज की तरह चल सकता है, हवा में उड़ सकता है और पानी में डूबे होने पर भी नेविगेट कर सकता है. इसकी उड़ान का समय 15 मिनट है और यह 8 घंटे तक पानी के भीतर रह सकता है. पिछले कुछ सालों में इस विषय में रुचि बढ़ रही है, लेकिन यह तकनीक फिलहाल अमेरिका और चीन जैसे बहुत कम देशों के पास है. हम अपना स्वदेशी उत्पाद विकसित करना चाहते थे.
उन्होंने आगे बातया कि इसका आधा हिस्सा पानी के अंदर रहता है और कुछ हिस्सा पानी के बाहर रहता है. इस प्रोटोटाइप से पानी के अंदर और बाहर सिंग्नल दिए जा सकते है, जिससे यह आपदा प्रबंधन के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. इसका पेपर आईआईटी जोधपुर के प्रोफेसर जयंत कुमार मोहंता और उनके रिसर्चर जय खत्री, आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर संदीप गुप्ता और आईआईटी पलक्कड़ के प्रोफेसर संतकुमार मोहन द्वारा लिखा गया था. इसे 'AIR 23- रोबोटिक्स में प्रगति पर 2023' के छठे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया था.
क्या-क्या कर सकता है?
- हवा से पानी के अंदर गोता लगाना
- पानी के अंदर से हवा में उड़ान भरना
- हवा से पानी की सतह पर उतरना
- पानी की सतह से पानी के अंदर गोता लगान
- पानी के अंदर से सतह पर उतरना
- पानी किस सतह से उड़ान भरना
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