Jodhpur News: जानें मकर संक्राति पर तिल को लेकर क्या हैं मान्यताएं, क्यों तिल दान काे कहा जाता है महादान
Jodhpur News: तिल को खाने के क्या फायदे हैं और तिल दान करने को लेकर क्या मान्यताएं हैं इससे जुड़ी दिलचस्प बातें जानकर हैरान हो जाएंगे आप.
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Jodhpur News: तिल को खाने के क्या फायदे पर बात करते हुए इस व्यापार से जुड़े कृष्णा अरोड़ा ने बताया कि सर्दियों में खासतौर से तिल का तेल व तिल से बनी मिठाई खाई जाती है. तिल का तेल व तिल से बनने वाली मिठाई गजक, रेवड़ी, तिल पापड़ी आदि तिल में गुड़ को मिलाकर बनाई जाती है. आमतौर पर देखा जाता है कि लोगों को सर्दियों में हड्डियों व जोड़ों में दर्द शुरू हो जाता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो अगर आपको हड्डियों और जोड़ों के दर्द की शिकायत है तो आपको तिल का सेवन करना चाहिए जो आपके जोड़ों के दर्द व हड्डियों के लिए फायदेमंद रहेगा. कैल्शियम फास्फोरस तेल में भरपूर मात्रा में होते हैं. इसको खाने से हड्डियों व जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है. सर्दियां आते ही आमतौर पर घरों में तिल के साथ गुड़ को मिलाकर मिठाई बनाई जाती है. तिल का तेल शरीर के लिए गर्म होता है. वहीं गुड़ भी फायदेमंद होता है. उसको सर्दियों में खाया जाता है तो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है.
जानें तिल से जुड़ी पौराणिक कथा
तिल दो प्रकार के होते हैं. काले और सफेद, दोनों ही तरह के तिल सेहत के लिए फायदेमंद हैं. तिल में प्रोटीन, कैल्शियम, मिनरल, मैग्नीशियम व कॉपर के पोषक तत्व होते हैं जो कि शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं. तिल से बनने वाले तेल का उपयोग खाना बनाने के लिए किया जाता है. उत्तरायण शुरू होते ही मकर सक्रांति त्योहार की शुरुआत हो जाती है. यह मान्यता है कि इस दौरान तिल खाना और उपहार देना सौभाग्य के द्वार खोलता है. इसको लेकर एक कथा भी है कि भगवान शिव और नारद एक बार नहाने के लिए नदी में उतरे थे, उस दौरान तिल पानी में मौजूद था. उस पानी से नहाने के बाद कई संकट दूर हो गए थे. इसी मान्यता के चलते आज भी लोग मकर सक्रांति के दिन तिल के पानी में नहाते हैं व तिल से बने व्यंजन खाते और खिलाते भी हैं और दूसरों को उपहार भी देते हैं बताया जाता है कि इस पौराणिक कथा में तिल के दान को महादान कहा गया है.
हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक तिल का सेवन सीमित रूप में ही करना चाहिए क्योंकि तेल का अधिक सेवन स्वस्थ को हानि भी पहुंचा सकता है क्योंकि तिल का अधिक सेवन करने से आपको लूज मोशन या फिर त्वचा में जलन या एलर्जी होने की भी संभावनाएं रहती हैं.
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