Jodhpur News: देश विदेश में हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट व्यवसाय में जोधपुर की खास पहचान है. क्वालिटी और बेहतरीन डिजाइन के चलते हर साल 4500 करोड़़ का एक्सपोर्ट का बिजनेस होता है. लेकिन इस बार बंगाल का कीड़ा नुकसान पहुंचाता नजर आ रहा है. दरअसल, पिछले कुछ समय से टिंबर के मालिक बंगाल से लकड़ी मंगा रहे हैं. उस लकड़ी में वुडन बम नाम का कीड़ा पाया गया है. हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय अजय शर्मा ने बताया कि बंगाल से आए इस कीड़े के चलते जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट व्यवसाय को करीब 500 करोड़ रुपए का नुकसान होने की संभावनाएं हैं.


टिंबर मालिक सस्ती कीमत की वजह से बंगाल से आम की लकड़ी मंगा रहे हैं. इस आम की लकड़ी में वुडवार्म कीड़ा लगा हुआ है. बंगाल से आने वाली आम की लकड़ी उत्तर प्रदेश में गुजरात की आम की लकड़ी से सस्ती होने के कारण टिंबर व्यवसाय बंगाल की लकड़ी खरीद लेते हैं. लकड़ी पर उचित केमिकल ट्रीटमेंट नहीं देने से लकड़ी में कीड़े लगने और प्रोडक्ट से लकड़ी का पाउडर निकलने की समस्या आ रही है.


इस वजह से हैंडीक्राफ्ट उद्योग पर पड़ेगा असर


आम की लकड़ी में कीड़ा होने की शिकायत विदेशी ग्राहक से भी आने के कारण हैंडीक्राफ्ट उद्योग पर असर पड़ेगा. टिंबर ट्रेडर्स के पैरामीटर के अनुसार, लकड़ी का केमिकल ट्रीटमेंट स्टैंडर्ड मानक के अनुसार लकड़ी को सुखाने और लकड़ी को स्टोर करने की व्यवस्था करनी चाहिए. सर्दियों में लकड़ियों में कीड़ा लगने की समस्या कम होती है. फिर भी आम की लकड़ी में कीड़ा लगने की समस्या आम होती जा रही है.


बंगाल से आने वाली आम की लकड़ी में वुडवार्म की समस्या है. इससे हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टरों की साख प्रभावित हो रही है. टिंबर ट्रेडर्स की ओर से लकड़ी का सही केमिकल ट्रीटमेंट नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह स्थिति रही तो धीरे-धीरे हमारा काम बंद होने की स्थिति आ सकती है.


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