राजस्थान में दूसरे चरण का चुनाव दिलचस्प, इन 3 सीटों पर दिग्गजों का मुकाबला, जानें समीकरण
Rajasthan Lok Sabha Election 2024: राजस्थान में दूसरे चरण के मतदान को लेकर प्रचार अभियान तेज हो गया है. प्रदेश की जोधपुर, जालौर सिरोही, और बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: राजस्थान में दूसरे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में पारा बढ़ने से तेज गर्मी पड़ने की संभावना जताई है. दूसरे चरण के मतदान की ज्यों-ज्यों तारीख करीब आ रही है, वैसे-वैसे तापमान भी लगातार बढ़ रहा है. प्रदेश का सियासी पारा भी तेजी बढ़ रहा है. तेज गर्मी के बावजूद सियासी दलों के स्टार प्रचारकों ने जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
दूसरे चरण में 26 अप्रैल को होने वाले मतदान को लेकर पूरे देश की निगाहें पश्चिमी राजस्थान की बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर हैं. इस सीट पर कांग्रेस बीजेपी के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के मैदान में आने से यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है. पश्चिमी राजस्थान की तीन लोकसभा सीटों पर क्या हैं सियसी समीकरण और कहां पर कौन सा मुद्दा है? जो यहां के सियास पर फर्क डाल सकता है.
कांग्रेस- बीजेपी ने झोंकी पूरी ताकर
जोधपुर लोकसभा सीट पर से बीजेपी के टिकट पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तीसरी बार चुनावी मैदान में है. कांग्रेस ने शेखवात के सामने तीसरी बार उम्मीदवार बदलते हुए करण सिंह उचियारड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस बार लोकसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही राजपूत उम्मीदवार पर विश्वास जताया है. दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है.
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत के पक्ष में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी के बड़े स्टार प्रचार सभा और रोड शो कर प्रचार करने पहुंच रहे हैं. इसके कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उचियारणा के पक्ष में अभी तक कांग्रेस की तरफ कोई बड़ा नेता या स्टार प्रचारक सभा या रोड शो के लिए नहीं आया है.
वैभव गहलोत की शाख दांव पर
जालौर सिरोही लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को अपना उम्मीदवार बनाया है. इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वैभव गहलोत ने जोधपुर सीट से चुनाव लड़ा था, हालांकि तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार वैभव गहलोत सीट बदलकर जालौर सिरोही से किस्मत आजमा रहे हैं. यहां पर वैभव गहलोत का सीधा मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी हैं. लुंबाराम चौधरी की इमेज बीजेपी के एक जमीनी कार्यकर्ता की बताई जा रही है.
वैभव गहलोत के समर्थन में कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने सभा की थी. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार में रहे कई पूर्व मंत्रियों ने यहां पर प्रचार करने पहुंचे. बीजेपी प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी के पक्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभा करेंगे. जालौर सिरोही लोकसभा सीट पर कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं की शाख दांव पर है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिला होने की वजह से उनकी भी शाख दांव पर लगी है, वह यहां से दो बार सांसद और मंत्री रह चुके हैं. इस सीट पर पानी किल्लत रहती है, चुनाव में यह के बड़ा चुनावी मुद्दा है.
रविंद्र भाटी के उतरने से मुकाबल हुए त्रिकोणीय
बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी दूसरी बार चुनावी मैदान में है. कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले उम्मेदाराम बेनीवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा यहां से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी भी चुनावी ताल ठोक रहे हैं. हार जीत के लिए सभी प्रत्याशी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. बाड़मेर जैसलमेर सड़क और ट्रांसपोर्टेशन का साधन एक प्रमुख मुद्दा है.
कई स्टार प्रचारक प्रत्याशियों के समर्थन में सभाएं और रैली कर वोट मांग रहे हैं. बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले को लेकर सियासी दल और उनके प्रत्याशी भी सशंकित हैं. बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी के लंदन दौरे पर दिव्येश आनंद से मुलाकात की. दिव्येश आनंद एंटी इंडियन महिम चलता है. रविंद्र सिंह भाटी की दिव्येश आनंद से मुलाकात विवादों में घिर में गए हैं. कांग्रेस और बीजेपी की ओर से एक दूसरे पर झूठ बोलने और ब्राह्मण प्रचार को लेकर आरोप प्रत्यारोप भी जारी है.
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