Jodhpur Genome Sequencing: कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच जोधपुर के लिए एक राहत भरी खबर है. जोधपुर में 26 जनवरी से जीनोम सिक्वेंसिंग जांच की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना की एडवांस जांच की यह सुविधा शुरू की जा रही है, जिससे लोगों को काफी लाभ मिलेगा.
संभाग के सभी 6 जिलों को होगा फायदा
प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज में लगने वाली जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन जयपुर एसएमएस के बाद दूसरी जोधपुर मेडिकल कॉलेज में लगी है. जीनोम सिक्वेंसिंग जांच करने वाली इस मशीन की लागत 1.95 करोड़ रुपए है. मशीन के लगने से यह फायदा होगा कि जोधपुर में आ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सैंपल में ओमिक्रॉन या अन्य किसी दूसरे वायरस की जांच के लिए बाहर नहीं भेजने पड़ेंगे. संभाग के सभी 6 जिलों में आने वाले कोविड मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग जोधपुर ही हो सकेगी. दूसरे जिले के भी सैंपल जांच के लिए जोधपुर मेडिकल कॉलेज भेज सकेंगे.
6-7 घंटे में उपलब्ध हो सकेगी जांच रिपोर्ट
जोधपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. एस. एस. राठौड़ ने बताया कि अभी मरीजों में कोरोना की पुष्टि होने की बाद उनके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए जयपुर भेजे जाते थे जिसकी रिपोर्ट आने में 2-3 दिन का समय लग जाता था. हालांकि जोधपुर मेडिकल में जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन आ गई है. अब यहीं पर जीनोम सिक्वेंसिंग की जा सकेगी और मरीजों को मात्र 6 से 7 घंटे में सैंपल की जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई जा सकेगी. कोरोना की तीसरी लहर में ये मशीन जोधपुर वासियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी.
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