पुराना सामान देने पर मिलेगा गिफ्ट, जोधपुर नगर निगम ने शहरवासियों के लिए शुरू की अनूठी पहल
Jodhpur News: नगर निगम उत्तर आयुक्त अतुल प्रकाश ने बताया कि '3 आर ' केंद्र पर शहरवासियों द्वारा अपने घरों के अनुपयोगी सामान जमा करने पर नगर निगम उत्तर की ओर से विभिन्न उपहार रखे गए हैं.
Rajasthan News: जोधपुर के शहरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण को ध्यान में रखते हुए एक अनूठी पहल की शुरूआत की है. नगर निगम उत्तर ने शहर में दो स्थानों पर '3 आर' केंद्र स्थापित किए हैं. इसे रिसाइकिल, रिड्यूस और रीयूज की थीम पर स्थापित किया गया है. इन सेंटर पर शहरवासी अपने घर पर पड़े अनुपयोगी सामान को जमा करवा सकेंगे. इसके बदले नगर निगम उत्तर की ओर से उन्हें गिफ्ट दिए जाएंगे.
जोधपुर नगर निगम उत्तर आयुक्त अतुल प्रकाश ने बताया कि नगर निगम उत्तर के बाई जी का तालाब सीएसआई कार्यालय और प्रताप नगर सीएसआई कार्यालय पर '3 आर ' सेंटर रिसाइकिल, रिड्यूस और रीयूज के लिए स्थापित किए गए हैं. इन सेंटरों पर घरों में पड़ा अनुपयोगी सामान पुराने कपड़े, पुराने खिलौने, पुराने जूते, पुरानी किताबें, पुराने इलेक्ट्रिक सामान, पुराने बैग जैसे सामान जमा कराए जा सकेंगे.
लॉटरी के जरिए मिलेंगे गिफ्ट
आयुक्त ने बताया कि अनुपयोगी सामान को रीयूज, रिसाइकिल कर जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाया जाएगा. वार्ड के सभी लोग अपने अनुपयोगी सामान को इन सेंटरों के अलावा वार्ड प्रभारी और सीएसआई कार्यालय में जमा कर सकते हैं. वार्ड प्रभारी इन सामानों को केंद्र पर जमा करवा सकेंगे. नगर निगम उत्तर आयुक्त अतुल प्रकाश ने बताया कि '3 आर ' केंद्र पर सामान जमा करने वाले के लिए नगर निगम उत्तर की ओर से विभिन्न उपहार रखे गए हैं.
उन्होंने बताया कि एक किलो न्यूजपेपर के पांच पॉइंट, एक किलो कपड़ों के 10 पॉइंट, एक किलो बर्तन के 15 पॉइंट, एक किलो प्लास्टिक के 15 पॉइंट, एक किलो इलेक्ट्रॉनिक सामान के 30 पॉइंट दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि न्यूनतम 100 पॉइंट होने पर महीने की आखिरी तारीख को एक लॉटरी निकाली जाएगी. इसमें विजेता प्रतिभागियों को उपहार भेंट किए जाएंगे.
जरूरतमंद लोगों को दिया जाएगा ये सामान
एईएन परिणीता सामरिया ने बताया कि पुराने कपड़े और पुराने जूते को रीयूज करते हुए जरूरतमंद और स्लम एरिया में वितरित किए जाएंगे. इसके साथ ही पुराने कपड़ों से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से कपड़े के बैग, डायरी, फोटो फ्रेम बनाए जाएंगे और उन्हें सजावट के सामानों की तरह यूज किया जाएगा. पुरानी किताबों को सार्वजनिक समुदाय भवन में बच्चों के पढ़ने के लिए लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी.