Jodhpur News: भारतीय जनता पार्टी से निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा का समर्थन में स्टेटस लगाने वाले मुशीं को धमकाने वाले शख्स को कोर्ट ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. कल पुलिस ने हाईकोर्ट परिसर से आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. आरोपी सोहेल ने मुंशी महेंद्र सिंह को धमकी भरा मैसेज भेजा. पहले व्हाट्सअप पर धमकी दी फिर कोर्ट परिसर में धमकी देने पर राजपुरोहित ने कुड़ी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया. कोर्ट में कई वकीलों ने आरोपी मुंशी को जमानत देने का विरोध किया. 


पुलिस में दर्ज कराया था मामला
दरअसल मुंशी महेंद्र सिंह राजपुरोहित बाड़मेर के डोली गांव निवासी है और हाईकोर्ट में कार्यरत है. उसने एक अन्य मुंशी जोधपुर के लायकान मोहल्ला निवासी सोहैल खान के खिलाफ नूपुर का समर्थन करने पर जान से मारने की धमकियां देने को लेकर मामला दर्ज कराया था. कुड़ी पुलिस थाना अधिकारी सुमेर दान ने सोहैल को हिरासत में लिया था.


नूपुर शर्मा के समर्थन में किया था पोस्ट
महेंद्र ने पिछले 6 जून को अपने वॉट्सऐप पर नूपुर शर्मा के समर्थन में स्टेटस लगाया था. इस पर एतराज जताते हुए सोहैल ने धमकीभरा मैसेज भेज दिया. उस समय हाईकोर्ट की छुट्टियां थी. महेंद्र ने फोन उठाना बंद कर दिया तो सोहेल व्हॉट्सअप पर मैसेज कर धमकाने लगा.  छुट्टियों के बाद महेंद्र कोर्ट पहुंचा तो सोहेल ने फिर विवाद किया. दोनों में जमकर तकरार हुई. इस दौरान सोहैल ने उदयपुर हत्याकांड जैसा हाल करने की धमकी दी. 


वहीं विवाद होता देख कई वकील व हाईकोर्ट कर्मचारी जमा हो गए. हाईकोर्ट चौकी से पहुंची पुलिस दोनों को थाने ले गई. वहां महेंद्र की ओर से मामला दर्ज कर सोहैल को हिरासत में लिया गया. राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नाथूसिंह राठौड़ भी थाने पहुंचे और लिखित में शिकायत देकर सोहैल पर कानूनी कार्रवाई की मांग की.


कोर्ट ने पुलिस रिमांड पर भेजा
कुड़ी पुलिस ने आज आरोपी मुंशी सोहेल खान को एसीजेएम संख्या 1 जोधपुर महानगर के समक्ष पेश किया गया. इस दौरान परिवादी महेंद्र सिंह राजपुरोहित की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता नाथू सिंह राठौड़, अधिवक्ता मयंक रांकावत, अधिवक्ता प्राण जोशी, अधिवक्ता तोंदर शर्मा, दिनेश देवड़ा सहित कई अधिवक्ताओं ने आरोपी की जमानत याचिका पर विरोध दर्ज कराया.  


कोर्ट में बहस के दौरान अधिवक्ता ने कहा कि आज पूरे हिंदुस्तान में धार्मिक भावनाओं को लेकर जिस प्रकार धमकियां दी जा रही हैं और कुछ आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों द्वारा हत्याएं की जा रही हैं. ऐसे में ऐसे अपराधियों की जमानत स्वीकार करने से अपराधियों में और ज्यादा हिम्मत आ जाएगी और ऐसी घटनाएं बढने लग जाएंगी. इसके बाद कोर्ट ने मुलजिम को इो दिन की पुलिस कस्टडी के आदेश जारी किए.


NIA को भेजी सूचना
गौरतलब है कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर अमरावती और उदयपुर में कन्हैया लाल का गला काट कर हत्या की गई. इन दोनों ही मामलों की जांच एनआईए कर रही है. वहीं जोधपुर अधिवक्ता एसोसिएशन ने इस मामले की सूचना भी एनआईए को भेज दी है.  


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