Malai Roti: जोधपुर शहरवासी खाने पीने के बहुत शौकीन हैं. मिठाई हो या फिर नमकीन यहां का जायका अपने आप में बहुत खास है. वैसे तो आपने बहुत सारी मिठाइयां खाई होंगी लेकिन आज हम आपको जोधपुर की प्रसिद्ध मलाई रोटी नाम की मिठाई से रूबरू कराते हैं. मलाई रोटी का नाम सुनते ही जेहन में चपाती, तंदूरी रोटी का विचार आया होगा जिसको चाशनी में डाला हुआ होगा. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. मिठाई सिर्फ जोधपुर में ही बनती है और खास तौर पर दूध से बनाई जाती है. आपको मिठाई जोधपुर के एक ही रेस्टोरेंट में मिलेगी. अगर देखने के बाद खाने का दिल करे तो जोधपुर ही आना होगा. दरअसल मलाई रोटी मिठाई जोधपुर के एक ही रेस्टोरेंट में मिलती है. 


मलाई रोटी मिठाई बनाने का तरीका
गाय के शुद्ध दूध को घंटों कढ़ाई में डालकर उबाला जाता है. जैसे जैसे उस पर मलाई एकट्ठा होती है किनारे कर दिया जता है, फिर सारी मलाई को गोल-गोल काट कर चाशनी में डुबोया जाता है. जैसे ही चाशनी में मलाई डूबती है तो मीठास बढ़ जाता है और सुंदर दिखने के लिए इलायची, केसर, बादाम, पिस्ता भी डाले जाते हैं. खाने के बाद आपको भी एहसास हो जाएगा कि ऐसी मिठाई कभी नहीं खाई होगी.


मलाई रोटी नामक मिठाई का इतिहास क्या है, कैसे बनी ये और किसने बनाई? आपके मन में इस तरह का सवाल जरूर होगा. इसके लिए 50 साल पहले जाना होगा. जोधपुर में सब्जी रोटी का ठेला लगाने वाले जीवन राम भाटी के लिए मलाई रोटी बनाना एक इत्तेफाक था क्योंकि ठेले के बाहर सर्दियों में दूध बेचा जाता था. उस दौरान एक बार किसी गाय ने दूध में मुंह डाल दिया और उस समय उसकी मलाई को जीवन राम भाटी ने चाशनी में डुबो दिया और खाया तो जायका अच्छा लगा. उसके बाद धीरे-धीरे मलाई रोटी को बनाया जाने लगा. यह पहले सर्दियों में ही बनती थी लेकिन अब हमेशा जोधपुर के विजय रेस्टोरेंट में मिलती है और शौकीन खाने के लिए न सिर्फ देश भर से बल्कि विदेशी से भी आते हैं.


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