Jodhpur News: देश दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते रह जा रहे हैं. ओमिक्रोन और डेल्टा वेरिएंट ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है. इन दिनों सर्दी की छुट्टियां हो चुकी हैं. लोग नए साल का जश्न मनाने पर्यटन स्थलों पर निकल पड़े हैं. जोधपुर में इन दिनों सैर सपाटे के लिए देशी-विदेशी सैलानी पहुंच रहे हैं. विदेशी सैलानियों की संख्या कम है लेकिन देशी पर्यटकों की बड़ी संख्या देखी जा रही है. भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में घूमने फिरने आए लोगों से हमने पूछा कि जान जरूरी है या जश्न?
लोगों ने जवाब दिया कि कोरोना संक्रमण के चलते 2 वर्षों से घूमने नहीं निकले हैं. लेकिन लोग अब कोरोना से बचाव के लिए बेपरवाह भी नजर आ रहे हैं. ओमिक्रोन के खतरे के बावजूद बिना मास्क सैलानी घूमते नजर आ रहे हैं. बिना मास्क के घूमनेवालों में देशी और विदेशी सैलानी हैं. लापरवाही के सवाल पर उन्होंने कहा कि मास्क हमारे पास है. कई सैलानी छोटे बच्चों को साथ लेकर घूम रहे हैं. उनका मानना है कि जान भी जरूरी है और जश्न भी. उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा की पूरी सावधानी बरती है. वैक्सीन लगवा ली है, बच्चे भी घर में रहकर परेशान हो गए थे.
केंद्र सरकार और राज्य सरकार कोरोना वायरस के अपडेट वर्जन ओमिक्रो और डेल्टा पर विशेष हिदायत दी है. संक्रमण को रोकने के लिए नो मास्क नो एंट्री और भीड़भाड़ क्षेत्र में जाने से परहेज रखने की बात कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग और सेनिटाइजर का पालन करने को कहा जा रहा है. कोरोना से सुरक्षा के लिए नई गाइडलाइन भी जारी की जा चुकी है. कोरोना की पहली और दूसरी लहर में लोगों ने मौत का तांडव देखा था. ऐसे हालात फिर ना हों उसके लिए लगातार सरकार अहम कदम उठा रही है. लेकिन आम लोगों को भी जरूरी है कि सावधानी बरतें.
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